ब्रेकिंग न्यूज़

QRSAM: 30 हजार करोड़ का यह हथियार खरीदेगा भारत, ताकत बढ़ जाएगी कई गुना Bihar coaching guideline: अब कोचिंग में नहीं पढ़ा सकेंगे सरकारी टीचर! क्या है बिहार सरकार की नई गाइडलाइन? Tej Pratap Yadav: "अंधेरा जितना गहरा होगा, सुबह उतनी ही नजदीक होगी", लालू यादव की तस्वीर संग तेज प्रताप ने फिर साझा किया भावुक पोस्ट Bihar Heatwave: 32 जिलों में हीट वेव को लेकर चेतावनी, पारा 42° पार; इस दिन मानसून देगा दस्तक बिहार विधानसभा चुनाव 2025: HAM की 243 सीटों पर तैयारी, मंत्री संतोष सुमन बोले..NDA की होगी भारी जीत BIHAR: जमुई में वंदे भारत ट्रेन से कटकर युवक की मौत, 10 घंटे तक ट्रैक पर पड़ा रहा शव मुजफ्फरपुर में गल्ला व्यापारी लूटकांड का खुलासा, सीसीटीवी फुटेज से खुला राज गोपालगंज डीएम ने सबेया एयरपोर्ट कार्यों में तेजी के दिए निर्देश, नियमित समीक्षा का ऐलान Akshay Kumar की अगली 5 फ़िल्में, हर एक पर लिखा है 'ब्लॉकबस्टर मैटेरियल' Shreyas Iyer: कप्तानी को लेकर श्रेयस अय्यर का बड़ा बयान, IPL ख़त्म होने के बाद पहली बार खुलकर बोले

भतीजे को मिला चाचा का दफ्तर, कार्तिक पूर्णिमा पर जीजा के साथ अपने पुराने कार्यालय पहुंचे चिराग पासवान, बोले..पिताजी की यादें इससे जुड़ी है

भतीजे को मिला चाचा का दफ्तर, कार्तिक पूर्णिमा पर जीजा के साथ अपने पुराने कार्यालय पहुंचे चिराग पासवान, बोले..पिताजी की यादें इससे जुड़ी है

15-Nov-2024 05:24 PM

By First Bihar

PATNA: पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने पटना स्थित अपने पार्टी (RLJP) का कार्यालय खाली कर दिया। भवन निर्माण विभाग ने पशुपति पारस को पार्टी कार्यालय खाली करने के लिए 13 नवंबर तक का समय दिया था। हालांकि पशुपति पारस ने इससे पहले ही 11 नवंबर को ही पार्टी कार्यालय खाली कर दिया था। 


कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर पशुपति पारस के भतीजा केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान अपने जीजा जमुई सांसद अरुण भारती के साथ कार्यालय में पहुंचे। कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर दफ्तर पहुंचे चिराग पासवान ने इस दौरान पूजा-अर्चना भी की। चिराग पासवान राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अपने पुराने कार्यालय में पहुंचे। 


बता दें कि यह कार्यालय पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस के नाम से था लेकिन भवन निर्माण विभाग ने उनसे यह कार्यालय वापस ले लिया है। अब इस कार्यालय में चिराग पासवान अपना कार्यालय खोलेंगे। जिसे लेकर आज निरीक्षण करने के लिए अपने जीजा के साथ पहुंचे। इस मौके पर चिराग पासवान ने कहा कि इस कार्यालय से हमारे पिताजी की यादें जुड़ी हुई है। मुझे यह फिर मिला है। 


उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर इस कार्यालय से हमारे चाचा की यादें भी जुड़ी है जिनके साथ में लंबे समय तक रहा लेकिन परिस्थितियां बदलती है यह परिस्थितियों उन्हीं के द्वारा बनाई गई है। आज हम लोग अलग-अलग हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यालय किसी का नहीं होता। आज हमारे पास है कल किसी और के पास होगा। यह सब स्थिति के अनुसार चलता रहता है।