Bihar Crime News: कलयुगी बेटों ने माँ को पीटकर किया अधमरा, समझाने आए बहन और जीजा पर भी हमला Pahalgam Terror Attack: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हाई लेवल मीटिंग, राजनाथ सिंह समेत तीनों सेना के चीफ बैठक में मौजूद; क्या होने वाला है? Pahalgam Terror Attack: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हाई लेवल मीटिंग, राजनाथ सिंह समेत तीनों सेना के चीफ बैठक में मौजूद; क्या होने वाला है? कांग्रेस ने चेहरा हटाकर PM मोदी को बताया गायब, युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह ने बोला जमकर हमला Pawan Kalyan: पाकिस्तान की भाषा बोलने वाले नेताओं पर भड़के पवन कल्याण, कहा “उस देश से इतना ही प्यार है तो यहां क्यों हो?” Bihar News: सड़क दुर्घटना के पीड़ित परिवारों को बिहार सरकार ने दी मदद, आश्रितों को मिले 100 करोड़ Bihar News: सड़क दुर्घटना के पीड़ित परिवारों को बिहार सरकार ने दी मदद, आश्रितों को मिले 100 करोड़ ऋतुराज सिन्हा ने राहुल गांधी पर बोला हमला, कहा..जब देश को उनकी जरूरत होती है, तब सशरीर वो गायब हो जाते हैं परशुराम जयंती पर छातापुर में भव्य ब्राह्मण सम्मेलन कल, VIP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा ने कार्यक्रम में आने का दिया निमंत्रण Bihar Land News: एक क्लिक पर मिलेगी भू-अर्जन से जुड़ी हर जानकारी, मंत्री ने लॉन्च किया MIS पोर्टल
28-Jan-2021 05:23 PM
By
DELHI : नए कृषि कानूनों के खिलाफ तो भले ही किसान आंदोलन कमजोर पड़ गया हो लेकिन विपक्ष बजट सत्र से पहले इस मामले पर सरकार के विरोध में अड़ गया है. कांग्रेस ने एलान कर दिया है कि 16 राजनीतिक पार्टियों के साथ वह बजट सत्र के पहले राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेगी. कांग्रेस का आरोप है कि सरकार ने कृषि कानूनों को जबरन संसद से पास कराएगी. लिहाजा वह राष्ट्रपति के अभिभाषण का विरोध करेंगे.
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि 16 राजनीतिक पार्टियां बजट सत्र से पहले राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेंगे. भारत सरकार ने पिछले साल सितंबर में तीन कृषि कानूनों को लागू किया था. उन्हें किसी क्षेत्र में बड़े सुधार के रूप में पेश किया गया, लेकिन किसानों ने देश भर में इसका विरोध किया है. लिहाजा अब संसद में भी विपक्ष इस मसले का विरोध करने वाला है. राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच मोदी सरकार ने ध्वनि मत से कृषि बिल पास किया था इस दौरान सांसदों ने संसद में जबरदस्त हंगामा भी किया था. इसी दौरान टीएमसी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने रूलबु क फाड़ दी थी और कुछ सांसदों ने उप सभापति की माइक तोड़ने का भी प्रयास किया था. राज्यसभा में इसके पहले इतना जबरदस्त हंगामा शायद ही कभी देखने को मिला था.
अब विपक्षी दलों ने एक बार फिर साझा एकजुटता दिखाते हुए राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने का फैसला किया है. कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों का कहना है कि नए कृषि कानून किसानों को निजी कंपनियों का गुलाम बना देंगे. पहले किसानों ने पंजाब में धरना प्रदर्शन किया और उसके बाद दिल्ली के बॉर्डर पर आकर बैठ गए. 2 महीने से ज्यादा वक्त से किसानों का आंदोलन चल रहा है और 26 जनवरी को सरकार ने प्रायोजित तरीके से किसान आंदोलन को कमजोर करने के लिए साजिश रची. अब किसानों का आंदोलन में फूट डालकर खत्म कराया जा रहा है लेकिन सदन में इस फैसले का विरोध जारी रहेगा.