ब्रेकिंग न्यूज़

GAYA JEE: शव का दाह संस्कार करने पहुंचे लोगों की बेरहमी से पिटाई, स्थानीय दुकानदारों पर कार्रवाई की मांग शराबबंदी की साख पर सवाल: जदयू महासचिव राजेश रजक शादी में शराब पीते गिरफ्तार पीएम मोदी की निजी सचिव निधि तिवारी की सैलरी कितनी है? 8वें वेतन आयोग से कितना होगा इजाफा? जानिये.. Bihar Politics: बिहार चुनाव से पहले VIP का थीम सॉन्ग लॉन्च, सहनी बोले- आरक्षण हमारा हक, हम इसे लेकर रहेंगे Bihar Politics: बिहार चुनाव से पहले VIP का थीम सॉन्ग लॉन्च, सहनी बोले- आरक्षण हमारा हक, हम इसे लेकर रहेंगे Railway News: अब टिकट के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ेगा, बिहार के 702 रेलवे स्टेशनों पर ATVM लगाने की तैयारी Bihar News: सीएम नीतीश कुमार अचानक पहुंच गए हाजीपुर, भागे-भागे पहुंचे अधिकार; फोर लेन पुल का किया निरीक्षण 10 रूपये की खातिर नोजल मैन की पिटाई करने वालों को पुलिस ने दबोचा, 25 हजार का ईनामी भी गिरफ्तार Bihar News: चिराग की रैली में दिव्यांग युवक से धक्का-मुक्की, ट्राईसाइकिल क्षतिग्रस्त; बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट के नारे को बताया झूठा Bihar School News: बिहार के 40 हजार से अधिक स्कूलों में होने जा रहा यह बड़ा काम, नीतीश सरकार ने दे दी मंजूरी

बैंड बाजा बारात के साथ घोड़ी पर सवार होकर दूल्हे के घर पहुंची दुल्हन, बारातियों ने भी जमकर लगाए ठुमके

बैंड बाजा बारात के साथ घोड़ी पर सवार होकर दूल्हे के घर पहुंची दुल्हन, बारातियों ने भी जमकर लगाए ठुमके

06-Feb-2021 01:20 PM

By

DESK: घोड़ी पर होके सवार चला है दूल्हा यार...गुलाम बेगम बादशाह का यह गाना आपने जरूर सुना होगा और घोड़ी पर सवार होकर दूल्हे को बारात ले जाते भी देखा होगा लेकिन किसी दुल्हन को घोड़ी पर बैठकर दूल्हे के घर बारात लेकर जाना शायद ही देखा होगा। जी हां हम बात कर रहे है मध्य प्रदेश के सतना के रहने वाले वलेचा परिवार की इकलौटी बेटी दीपा वलेचा की। जिसने समाज में यह संदेश देने की कोशिश किया कि बेटियां किसी से कम नहीं होती इसलिए बेटा और बेटी में कोई फर्क नहीं किया जाना चाहिए। दुल्हन दीपा वलेचा की माने तो उसने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वह कभी घोड़ी पर बैठकर इस तरह ससुराल जाएगी। 

मध्य प्रदेश के सतना से कोटा के लिए निकली बारात में दूल्हे की जगह दीपा घोड़ी पर सवार हुई। उसकी खुशी देखते ही बन रही थी। बारात में शामिल लोग भी घोड़ी पर सवार बिटिया के साथ दूल्हे के घर के लिए निकले और इस दौरान जमकर ठुमके भी लगाए। दीपा के परिवार वालों ने अपनी बेटी की इच्छा पूरी की साथ ही समाज को यह संदेश भी दिया कि बेटियां किसी पर बोझ नहीं होती। इसलिए बेटा-बेटी में कोई फर्क नहीं किया जाना चाहिए। परिजनों ने बताया कि जितना अधिकार बेटे को है उतना ही बेटियों को भी अधिकार दिया जाना चाहिए। 



 दीपा के परिजनों ने बताया कि कई वर्ष के बाद उनके घर में बेटी का जन्म हुआ था जिसे परिवार के सभी लोग बहुत प्यार करते हैं। वे बेटा और बेटियों में कोई फर्म नहीं समझते। जिस प्रकार बेटों की बारात निकलती है उसी तरह उनका भी सपना था कि बेटी की बारात निकले। बेटी की बारात निकालकर समाज को यह संदेश देना चाहते है कि बेटियों का सम्मान करें, यदि बिटिया है तो कल है इसलिए बेटा-बेटी में फर्क नहीं करना चाहिए। आज भी समाज में कुछ कुरीतियां मौजूद हैं, जो बेटियों को बोझ समझती हैं. दीपा की शादी उनके लिए एक संदेश है जो बेटियों को बोझ समझते हैं. समाज के लिए ..यह सीख भी है बेटा और बेटी में कोई अंतर नही होता जितना अधिकार बेटे को है उतना ही अधिकार बेटी को समाज में देना चाहिए