BIHAR: नौकरी और सरकारी योजनाओं के नाम पर ठगी, खगड़िया में साइबर ठग गिरफ्तार छपरा में एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन, सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और विपक्ष पर किया जोरदार हमला BIHAR NEWS : मां के सोते ही BA की छात्रा ने उठाया खौफनाक कदम, अब पुलिस कर रही जांच BIHAR CRIME : नशे में धुत बेटे ने पिता पर किया हमला, चाकू छीनकर पिता ने कर दी बेटे की हत्या BIHAR STET EXAM : जानिए बिहार STET एग्जाम का पैटर्न, 5 घंटे में पूछे जाएंगे 300 सवाल; गलत जवाब पर भी नहीं कटेंगे जवाब Asia Cup 2025: सूर्या की कप्तानी में आज दिखेगा भारत का दम-खम, इस एप पर देखें इंडिया और UAE का लाइव मुकाबला Bihar Government Scheme: सावधान ! महिला रोजगार योजना के नाम पर हो रहा बड़ा खेल, आपको भी आ रहा ऐसा लिंक तो ठहर जाए Bihar Train News: बिहार के स्टेशनों को मिली बड़ी राहत, रेलवे ने कई प्रमुख ट्रेनों के ठहराव को दी मंजूरी टी सी एच एदुसर्व 16 सितम्बर से नया बैच शुरू, 100% फीस माफी की सुविधा Bihar News: फ्री फायर गेम खेल रहा किशोर को अपराधियों ने मारी गोली, पुलिस कर रही छापेमारी
17-Dec-2019 05:30 PM
By DEEPAK RAJ
BAGAHA: बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर सीएम नीतीश कुमार और बिहार के डीजीपी तारीफ कर रहे थे तो दूसरी तरफ बगहा में वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व के फॉरेस्टर शराब के नशे में हंगामा कर रहा था. मना करने पर अपने ही सहयोगियों पर गालियों की बौछार कर रहा था.
सड़क जाम करने की दी धमकी
अधिकारी सत्येंद्र सिंह के नशे में हंगामा की खबर मिली तो रेंजर समेत कई वनकर्मी पहुंचे उनके समझाने की कोशिश की, लेकिन इस अधिकारी ने सभी को गाली लेने लगा और धमकी दिया कि अगर किसी ने मुझे गिरफ्तार कराया तो सड़क जाम करा देंगे. मेरी लोगों में अच्छी पकड़ है और मैं अपनी पावर को दिखा दूंगा.
पुलिस ने किया गिरफ्तार
अधिकारी की हरकतों से परेशान रेंजर ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस पहुंची और नशे में चूर शराबी अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया. मेडिकल जांच कराया गया और उसके बाद जेल भेज दिया गया. बता दें कि बिहार में शराबबंदी को जानने के लिए राजस्थान की टीम बिहार आई थी. इसकी तारीफ खुद आज सीएम नीतीश कुमार कैमूर में कर रहे थे, लेकिन यहां के अधिकारी इस कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं. बता दें कि सरकार के बंंदी के दावे के बाद भी बिहार में शराब की खेप पहुंच रही है और कई जगहों पर पकड़ा जा रहा है. कई जगहों पर तो खुद पुलिसकर्मी ही शराब माफियाओं को पकड़ने के बाद पैसे लेकर छोड़ देते हैं. भले ही इसका खुलासा होने पर उनपर बाद में कार्रवाई होती है.