Patna High Court Chief Justice : पटना हाईकोर्ट को मिलेगा नया चीफ जस्टिस, सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने जस्टिस पी. बी. बजंथरी की नियुक्ति की सिफारिश AI Generated Video: साहब के सपनों में आईं "माँ" देखिए रोचक संवाद... बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का AI अटैक, छिड़ा घमासान Bihar News: बिहार में फंदे से लटकी मिली बैंक अधिकारी की पत्नी, पिता ने कहा "मेरी बेटी को कई महीनों से किया जा रहा था प्रताड़ित" Bihar News: बिहार को पाकिस्तान ने दी बम से उड़ाने की धमकी, सभी जिलों में गहन जांच के निर्देश Bihar News: बाढ़-सिंचाई के लिए बिहार को केंद्र की बड़ी सौगात, 11,500 करोड़ की मदद का ऐलान BIHAR: 15 सितंबर को अमृत भारत का परिचालन, जोगबनी और सहरसा से यहां तक चलेगी ट्रेन, प्रधानमंत्री दिखाएंगे हरी झंडी शिवहर में पिता पर नाबालिग बेटी से दुष्कर्म का आरोप, पुलिस ने दर्ज किया FIR अररिया में 4 दिनों से बिजली गायब: ट्रांसफार्मर नहीं बदले जाने से गुस्साए ग्रामीणों ने किया सड़क जाम हंगामा सहरसा में शिक्षिका के घर दिनदहाड़े चोरी, 10 लाख के जेवरात और नगदी पर किया हाथ साफ ब्रह्मपुर में NDA कार्यकर्ता सम्मेलन: BJP सहित सहयोगी दलों के नेताओं ने दिखाया शक्ति प्रदर्शन
26-May-2022 07:51 AM
By
PATNA: बिहार में अब गरीब मरीज भी अपना इलाज आसानी से करा सकेंगे। ऐसे बच्चे, जिन्हें जन्म से ही गंभीर बीमारियां है, वे अब आईजीआईएमएस में अपना इलाज करा सकेंगे। खास बात तो यह है कि इलाज के लिए उन्होंने पैसे नहीं देने पड़ेंगे। यह इलाज राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम के तहत होगा। इसके तहत कई रोगों का इलाज किया जाएगा, जिसमें हृदय रोग, लिवर, न्यूरोलॉजी- न्यूरो सर्जरी, कैंसर, किडनी, टेढ़ा जबड़ा, कटे होंठ, टेढ़े हाथ-पैर समेत अन्य सभी बीमारियां शामिल है।
बुधवार को अस्पताल अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल की अध्यक्षता में एक बैठक बुलाई गई, जिसमें आईजीआईएमएस के कई डॉक्टर और आरबीएसके के पदाधिकारी शामिल रहें। बैठक के दौरान अधीक्षक ने बताया कि बुधवार को अलग-अलग बीमारियों का श्रेणी तैयार किया गया। उसमें भर्ती होने से लेकर जांच, सर्जरी, दवाइयों पर खर्च से लेकर अन्य उपकरणों के खर्च का आकलन किया गया। उसके अनुसार उस बीमारी में राशि रखने का प्रावधान किया गया। इसके लिए राशि आरबीएसके के तहत उपलब्ध होगी।
अधीक्षक का कहना है कि आयुष्मान भारत योजना के तहत कई बीमारियों में इलाज खर्च से बेहद कम राशि आवंटित की गई है। इस कारण कई बार मरीजों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब बच्चों के इलाज में कोई परेशानी नहीं होगी। इसके लिए अलग से राशि का प्रावधान किया गया है। इससे बच्चों का निःशुल्क इलाज संभव हो सकेगा। बच्चों के जिन बीमारीयों का इलाज होगा, उनमे हृदय रोग, लिवर, न्यूरोलॉजी- न्यूरो सर्जरी, कैंसर, किडनी, टेढ़ा जबड़ा, दंत रोग, कटे होंठ, हड्डी रोग, टेढ़े हाथ-पैर जैसे रोग शामिल हैं।