Bihar News: रिसेप्शन पार्टी में घुसकर शराबियों का हंगामा, दुल्हन समेत 6 को पीटा Bihar News: पहली पत्नी के रहते बिहार पुलिस चालक ने की दूसरी शादी, दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज Bihar Assembly Election 2025: बिहार चुनाव 2025 से पहले NDA घटक दलों की सियासी हलचल तेज, चिराग और कुशवाहा करेंगे शक्ति प्रदर्शन Bihar Crime News: भरी पंचायत में बेटे ने पिता को उतारा मौत के घाट, छापेमारी जारी Bihar News: बिहार में यहां खुलेगा भारत का चौथा शेर प्रजनन केंद्र, वन विभाग ने शुरू की तैयारी Bihar Crime News: बाढ़ में गैंगवार, 20 राउंड फायरिंग में 2 को लगी गोली Road Accident: मक्का लोड पिकअप दुर्घटनाग्रस्त, 5 की मौत; 20 घायल Patna Metro: पटना मेट्रो में बिना पढ़े-लिखे लोग भी कर सकेंगे सफर, जानें... क्या है खास सुविधा जो बनाएगी यात्रा आसान NEET UG 2025: नीट यूजी 2025 की काउंसिलिंग शुरू, बिहार में MBBS की 1490 और BDS की 140 सीटें उपलब्ध Bihar News: नहाने गए 7 वर्षीय मासूम पर मगरमच्छ का हमला, मौत
06-Dec-2024 02:13 PM
By First Bihar
DELHI: अपनी विभिन्न मांगों को लेकर उत्तर प्रदेश के हजारों किसान दिल्ली बोर्डर पर डटे हुए हैं और दिल्ली कूच की तैयारी कर रहे हैं। इसी बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने देशभर के किसानों को बड़ी सौगात दे दी है।
दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने हाल ही में अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा में किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। अब किसान बिना किसी गारंटी के 2 लाख रुपये तक का कृषि ऋण ले सकेंगे। पहले यह सीमा 1.6 लाख रुपये थी। यह फैसला बढ़ती महंगाई और कृषि लागत को देखते हुए लिया गया है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि इस फैसले से छोटे और सीमांत किसानों को सबसे ज्यादा लाभ होगा। इससे उन्हें कृषि कार्य के लिए आवश्यक धन आसानी से मिल सकेगा। आरबीआई ने 2010 में कृषि क्षेत्र को बिना किसी गारंटी के एक लाख रुपये देने की सीमा तय की थी, जिसे बाद में 2019 में बढ़ाकर 1.6 लाख रुपये कर दिया गया था।
आरबीआई ने लगातार 11वीं बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है और इसे 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। हालांकि, अर्थव्यवस्था में नकदी बढ़ाने के लिए केंद्रीय बैंक ने कैश रिजर्व रेश्यो (सीआरआर) को 4.5 प्रतिशत से घटाकर 4 प्रतिशत कर दिया है। इस कदम से बैंकों के पास 1.16 लाख करोड़ रुपए की अतिरिक्त नकदी उपलब्ध होगी।
बता दें कि सीआरआर के तहत वाणिज्यिक बैंकों को अपनी जमा का एक निर्धारित हिस्सा नकद भंडार के रूप में केंद्रीय बैंक के पास रखना होता है। आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान 7.2 प्रतिशत से घटाकर 6.6 प्रतिशत कर दिया है। इसके अलावा, चालू वित्त वर्ष में खुदरा मुद्रास्फीति के अनुमान को भी 4.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 4.8 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है।