Bihar Crime News: बिहार में वार्ड पार्षद की शर्मनाक करतूत, मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर लड़की के साथ किया गंदा काम BIHAR NEWS : 15 सितंबर तक सड़क और पुल निर्माण शुरू करें ठेकेदार, वरना होगी सख्त कार्रवाई Bihar Politics: राहुल-तेजस्वी पर गिरिराज सिंह का जोरदार हमला, ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ पर खूब बरसे बिहार में शराबबंदी लागू करने में पुलिस नाकाम, खुद शराब की दुकानें बंद करवाने का ग्रामीणों ने उठाया बीड़ा Bihar Police Transfer: बिहार के इस जिले में 19 पुलिस अधिकारियों का तबादला, 4 नए थानाध्यक्षों की तैनाती Bihar Police Transfer: बिहार के इस जिले में 19 पुलिस अधिकारियों का तबादला, 4 नए थानाध्यक्षों की तैनाती SSC EXAM : नॉर्मलाइजेशन के तरीके में हुआ बड़ा बदलाव, शिफ्ट बदलने पर भी नहीं होगा मार्क्स में अंतर BPSC Prelims 2025: 13 सितंबर को होगी BPSC 71वीं PT परीक्षा, आयोग ने जारी किया नोटिस; सेंटर जाने से पहले पढ़ लें यह खबर CP Radhakrishnan: सीपी राधाकृष्णन ने राज्यपाल पद से दिया इस्तीफा, इन्हें मिली महाराष्ट्र के गवर्नर की जिम्मेवारी CP Radhakrishnan: सीपी राधाकृष्णन ने राज्यपाल पद से दिया इस्तीफा, इन्हें मिली महाराष्ट्र के गवर्नर की जिम्मेवारी
02-Dec-2024 07:31 AM
By First Bihar
DESK : किसान संगठन एक बार फिर से दिल्ली कूच करने वाले हैं। सोमवार को 10 किसान संगठनों ने दिल्ली में संसद घेराव करने का फैसला किया है। किसान यमुना प्राधिकरण को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली कूच किसानों के आंदोलन का तीसरा और आखिरी चरण है। इससे पहले ग्रेटर नोएडा में यमुना प्राधिकरण पर आंदोलन किया गया था।
इसको लेकर किसान नेता ने बताया, हम दिल्ली की ओर अपने मार्च के लिए तैयार हैं। 2 दिसंबर को हम महामाया फ्लाईओवर के नीचे से दिल्ली की ओर अपना मार्च शुरू करेंगे। दोपहर 12 बजे हम सभी वहां पहुंचेंगे और नए कानूनों के अनुसार अपने मुआवजे और लाभ की मांग करेंगे। हम लोग किसान पुराने भूमि अधिग्रहण कानून के तहत प्लॉट और बढ़े हुए मुआवजे की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा भूमिहीन किसानों के बच्चों को रोजगार और पुनर्वास की मांग कर रहे हैं। साथ ही आबादी क्षेत्र का उचित निस्तारण किए जाने की मांग कर रहे हैं।
इधर, किसानों के आज दिल्ली कूच पर हरियाणा के कृषि मंत्री श्यान सिंह राणा ने कहा, “उनके पास कोई मुद्दा नहीं है। पिछले किसान आंदोलन में एक मुद्दा था- तीन कृषि कानून। उन तीन कानूनों को बाद में पीएम नरेंद्र मोदी ने निरस्त कर दिया और उन्होंने उनसे माफी भी मांगी। किसान आंदोलन से काफी नुकसान हुआ है।