ब्रेकिंग न्यूज़

मुख्य सचिव ने दिए निर्देश: योग्य लाभार्थियों को मिले राशन कार्ड, PDS दुकानों की रिक्तियां शीघ्र भरें, Zero Office Day अभियान में सख्ती कैमूर में विवाहिता की संदिग्ध मौत, मायकेवालों ने ससुराल पक्ष पर लगाया जहर देकर मारने का आरोप Bihar: सोनपुर में मनाया गया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 75वां जन्मदिन, पौधारोपण समेत कई कार्यक्रमों का हुआ आयोजन Bihar: सोनपुर में मनाया गया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 75वां जन्मदिन, पौधारोपण समेत कई कार्यक्रमों का हुआ आयोजन Buxar News: विश्वामित्र सेना ने निकाली ‘सनातन जोड़ो यात्रा’, धार्मिक एकता और आस्था का अनूठा संगम Buxar News: विश्वामित्र सेना ने निकाली ‘सनातन जोड़ो यात्रा’, धार्मिक एकता और आस्था का अनूठा संगम वीरपुर में किसान सम्मान समारोह: संजीव मिश्रा ने सैकड़ों किसानों को किया सम्मानित World Athletics Championship 2025: वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचे नीरज चोपड़ा, पहले ही थ्रो में किया क्वालिफाई World Athletics Championship 2025: वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचे नीरज चोपड़ा, पहले ही थ्रो में किया क्वालिफाई यूट्यूबर दिवाकर सहनी और उनके परिवार के साथ मजबूती के साथ खड़ी है वीआईपी: मुकेश सहनी

आचार संहिता में फंसी राजधानी की 1150 योजनाएं, पथ और भवन निर्माण विभाग का काम अटका

आचार संहिता में फंसी राजधानी की 1150 योजनाएं, पथ और भवन निर्माण विभाग का काम अटका

17-Mar-2024 08:25 AM

By First Bihar

PATNA : लोकसभा चुनाव को लेकर लागू आदर्श आचार संहिता से राजधानी पटना में 150 योजनाएं प्रभावित हुई हैं। इसकी वजह यह है कि अबतक इन योजनाओं को प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिली थी इसलिए चुनाव होने तक योजनाएं क्रियान्वित नहीं होंगी। मतलब अगले ढाई माह तक नई योजनाओं पर किसी प्रकार का काम नहीं होगा। 


मिली जानकारी के अनुसार, जिन विभागों की योजनाएं प्रभावित हुई हैं उनमें जिला परिषद, बुडको, नगर निगम, भवन निर्माण विभाग, पथ निर्माण विभाग आदि शामिल है। जिला परिषद की 700 योजनाओं की प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिली है, क्योंकि परिषद में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का पद रिक्त पड़ा है। जिला परिषद अध्यक्ष का मामला पंचायती राज विभाग के विचाराधीन है, जबकि नये उपाध्यक्ष का चुनाव नहीं हुआ है। इसलिए चयनित योजनाओं को लेकर जिला परिषद की सामान्य बैठक नहीं हुई। 


वहीं, ग्रामीण इलाके में नली गली, सड़क, तालाब आदि के निर्माण एवं जीर्णोद्धार के लिए 15वें वित्त आयोग ने 17 करोड़ और छठवें वित्त आयोग ने 10 करोड़ रुपये दिया है। इसी प्रकार नगर निगम में जलापूर्ति योजना के तहत समरसेबल बोरिंग की जानी थी। इसके लिए नगर निगम क्षेत्र में 350 अलग अलग योजना तैयार की गई हैं।


उधर, बुडको के तरफ से बरसात शुरू होने के पहले सीवेज पाइप लाइन के कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन आदर्श आचार संहिता के कारण ये योजनाएं प्रभावित हो जाएंगी। हालांकि, नालों की उड़ाही के लिएस्वीकृति नगर विकास एवं आवास विभाग से करा लिया है, लेकिन पाइप लाइन का मामला फंस गया है। अब 10 जून के बाद ही पाइप लाइन के कार्य हो सकेंगे।