जेब में फटा iPhone-13, गंभीर रूप से झुलसा युवक, Apple की सुरक्षा पर उठे सवाल मोतिहारी में युवक की चाकू मारकर हत्या, परिजनों में मचा कोहराम, SIT का गठन RCBvsRR: “जागो, विपक्षी टीम के गेंदबाजों को कूटो और सो जाओ”, इस सीजन कोहली के पांचवे अर्धशतक के बाद सामने आई फैंस की प्रतिक्रियाएं पहलगाम हमले का मामला पहुंचा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार उच्चायोग के पास, पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग BSF Jawan Captured: गलती से जीरो लाइन को पार कर गया BSF जवान, पाक रेंजर्स ने हिरासत में लिया चली समीयाना में आज तोहरे चलते गोली..बर्थडे पार्टी में कट्टा लहराकर युवक-युवतियों ने किया डांस, वीडियो हो गया वायरल भारत की कार्रवाई के खिलाफ पाकिस्तान ने उठाए कदम, एयरस्पेस और वाघा बॉर्डर को किया बंद Pahalgam Terror Attack: ढाबे वाले की गलती ने बचा ली 11 लोगों की जान, पहलगाम हमले में बाल-बाल बचे पर्यटकों की आपबीती Bihar Politics: VIP ने सुपौल के छातापुर में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा हुए शामिल महागठबंधन की बैठक में CM फेस पर फिर चर्चा नहीं: तेजस्वी को जवाब नहीं सूझा, कहा-पिछली ही बैठक में सब तय हुआ था, होशियार लोग समझ रहे हैं
15-Jan-2025 02:35 PM
By First Bihar
Meerut: उत्तरप्रदेश के मेरठ में सरकारी अस्पताल के बाहर एक मरीज घंटों तक तड़पता रहा लेकिन अस्पताल प्रशासन ने उसे भर्ती करने से मना कर दिया। जिला अस्पताल की इमरजेंसी के बाहर प्रदीप नाम का युवक 2 घंटे तक तड़पता रहा लेकिन अस्पताल प्रशासन ने उसे एडमिट नहीं किया।
मरीज की पहचान प्रदीप के रूप में हुई है जो बीमारी और पता बताने में असमर्थ था। प्रदीप के साथ उसके परिवार का कोई सदस्य भी मौजूद नहीं था। लाचार प्रदीप 2 घंटे तक दर्द में छटपटाता रहा लेकिन उसकी किसी ने सुध नहीं ली। बाद में कुछ लोग उसकी मदद के लिए आए।
जिसके बाद डीएम तक इसकी शिकायत पहुंची और डीएम के फटकार के बाद जिला अस्पताल के डॉक्टर्स ने मामले पर संज्ञान लिया। व्हील चेयर लेकर अस्पताल के कर्मचारियों ने मरीज को भर्ती कराया। बता दें कि अस्पताल में यह पहला केस नहीं है। पहले भी कई बार इस तरह की लापरवाही देखने को मिली है। वहीं इस मामले पर सीएमएस डॉ. सुदेश कुमारी ने जांच का आश्वासन दिया है।