ब्रेकिंग न्यूज़

बिहार विधानसभा चुनाव 2025: HAM की 243 सीटों पर तैयारी, मंत्री संतोष सुमन बोले..NDA की होगी भारी जीत BIHAR: जमुई में वंदे भारत ट्रेन से कटकर युवक की मौत, 10 घंटे तक ट्रैक पर पड़ा रहा शव मुजफ्फरपुर में गल्ला व्यापारी लूटकांड का खुलासा, सीसीटीवी फुटेज से खुला राज गोपालगंज डीएम ने सबेया एयरपोर्ट कार्यों में तेजी के दिए निर्देश, नियमित समीक्षा का ऐलान Akshay Kumar की अगली 5 फ़िल्में, हर एक पर लिखा है 'ब्लॉकबस्टर मैटेरियल' Shreyas Iyer: कप्तानी को लेकर श्रेयस अय्यर का बड़ा बयान, IPL ख़त्म होने के बाद पहली बार खुलकर बोले प्रशांत किशोर ने डिप्टी सीएम पद नहीं मांगा, बल्कि 2015 में नीतीश कुमार की कुर्सी बचाई थी: जन सुराज के महासचिव ने जेडीयू MLC को दिया करारा जवाब Patna News: पटना में बिहार का पहला डबल डेकर पुल बनकर तैयार, सीएम नीतीश इस दिन देंगे बड़ी सौगात Patna News: पटना में बिहार का पहला डबल डेकर पुल बनकर तैयार, सीएम नीतीश इस दिन देंगे बड़ी सौगात 8 साल बाद सर्किल रेट बढ़ने से अयोध्या में महंगी हुई जमीन: अब बिहार में हो रही यह चर्चा

साइबर क्रिमिनल्स की बड़ी डिजिटल डकैती! बैंक के RTGS ट्रांजैक्शन सिस्टम को हैक कर उड़ा लिये 2.34 करोड़

Karnataka Cyber Crime: कर्नाटक से साइबर क्राइम की हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। साइबर क्रिमिनल्स ने किसी इंसान के साथ नहीं बल्कि बैंक में ही डिजिटल डकैती कर ली है।

Karnataka Cyber Crime

24-Jan-2025 12:20 PM

By KHUSHBOO GUPTA

Karnataka Cyber Crime: अब तक आपने किसी व्यक्ति के साथ साइबर फ्रॉड की खबर देखी और सुनी होगी। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि साइबर क्रिमिनल्स ने एक बैंक के ट्रांजैक्शन सिस्टम को ही हैक कर लिया। दरअसल कर्नाटक के विजयनगर जिले में एक बड़ी डिजिटल डकैती का मामला सामने आया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक हैकर्स ने प्रतिष्ठित बल्लारी जिला सहकारी केंद्रीय (बीडीसीसी) बैंक से ₹2.34 करोड़ चुरा लिए हैं। ये बैंक विजयनगर और बल्लारी जिलों में संचालित होता है। फिल्मी स्टाइल में डिजिटल डकैती की घटना को अंजाम दिया गया है।


साइबर क्रिमिनल्स ने बैंक के आरटीजीएस/एनईएफटी ट्रांजैक्शन सिस्टम को निशाना बनाया है। शुरुआती जांच से पता चला है कि 10 जनवरी 2025 को बीडीसीसी बैंक से आईडीबीआई बैंक में फंड के रेगुलर ट्रांसफर के दौरान, हैकर्स लेनदेन के लिए उत्पन्न XML फाइलों में अकाउंट नंबर और आईएफएससी कोड को बदलने में कामयाब रहे, जबकि बेनिफीशियरी के नाम वही रहे। जिसके कारण फंड इच्छित बेनिफीशियरी के बजाय भारत के विभिन्न उत्तरी राज्यों में 25 अलग-अलग अकाउंट्स में जमा की गई।


डिजिटल डकैती का ये बड़ा मामला तब सामने आया जब बैंक की कई शाखाओं ने बताया कि 10 जनवरी का आरटीजीएस ट्रांस्फर अभी तक लोगों के अकाउंट्स में नहीं पहुंचा है। बैंक की जांच से पता चला कि इस लेनदेन के दौरान ₹5 लाख से अधिक की रकम निकाली गई थी। बैंक मैनेजमेंट ने तुरंत आरटीजीएस/एनईएफटी सेवाओं को सस्पेंड कर दिया और होसापेटे टाउन पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। साइबर क्राइम के इस मामले को बल्लारी सीईएन पुलिस स्टेशन में ट्रांसफर कर दिया गया है। पुलिस ने आईटी अधिनियम के विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पुलिस फिलहाल इस डिजिटल डकैती के मामले की जांच कर रही है।