BIHAR CRIME : नशे में धुत बेटे ने पिता पर किया हमला, चाकू छीनकर पिता ने कर दी बेटे की हत्या BIHAR STET EXAM : जानिए बिहार STET एग्जाम का पैटर्न, 5 घंटे में पूछे जाएंगे 300 सवाल; गलत जवाब पर भी नहीं कटेंगे जवाब Asia Cup 2025: सूर्या की कप्तानी में आज दिखेगा भारत का दम-खम, इस एप पर देखें इंडिया और UAE का लाइव मुकाबला Bihar Government Scheme: सावधान ! महिला रोजगार योजना के नाम पर हो रहा बड़ा खेल, आपको भी आ रहा ऐसा लिंक तो ठहर जाए Bihar Train News: बिहार के स्टेशनों को मिली बड़ी राहत, रेलवे ने कई प्रमुख ट्रेनों के ठहराव को दी मंजूरी टी सी एच एदुसर्व 16 सितम्बर से नया बैच शुरू, 100% फीस माफी की सुविधा Bihar News: फ्री फायर गेम खेल रहा किशोर को अपराधियों ने मारी गोली, पुलिस कर रही छापेमारी Bihar News: डीईओ साहब....संग्रामपुर ही नहीं तुरकौलिया ब्लॉक के 20 स्कूलों में भी बिना काम के 1 करोड़ की हुई निकासी ! प्रधानाध्यापक ही भ्रष्ट सिस्टम की खोल रहे पोल, जांच करायेंगे ? IAS Transfer: बिहार में कई IAS अधिकारियों का तबादला, हटाए गए उत्पाद आयुक्त; देखें पूरी लिस्ट Nepal political crisis: नेपाल में हिंसा के बाद बिहार सीमा पर हाई अलर्ट, SSB और पुलिस की चौकसी बढ़ी
05-Jul-2025 11:59 AM
By First Bihar
Bihar Crime News: बिहार के वैशाली जिले के महुआ थाना अंतर्गत चांदपुरा-सलखनी गांव में शुक्रवार देर रात हुई एक चौंकाने वाली घटना ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां तीन चोर सोई हुई विवाहिता के गले से मंगलसूत्र और चेन झपटकर भागने की कोशिश कर रहे थे। गांव की नींद टूटी तो महिला की चीख पर ग्रामीण दौड़े और भागते हुए तीनों में से एक चोर को पकड़ लिया।
ग्रामीणों ने आरोपित की जमकर पिटाई शुरू कर दी, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई। आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी गई, लेकिन तब तक घायल चोर ने दम तोड़ दिया। स्थानीय सूत्रों ने बताया कि मृतक की पहचान मिल्की चकस्या गाँव के रहने वाले व्यक्ति के रूप में की गई है। जानकारी के अनुसार, आरोपित इस क्षेत्र में पहले से ही घटना कर चुका था और अक्सर चोरी की वारदातों को अंजाम देता था।
हत्या की यह घटना बीती रात पटना में इंडस्ट्रीपति गोपाल खेमका की हत्या के तुरंत बाद सामने आई है, जिससे बिहार की कानून व्यवस्था व सुरक्षा पर एक बार फिर सवाल उठ खड़े हुए हैं।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और पूरे प्रकरण की गहन जांच शुरू कर दी है। प्राथमिकी दर्ज कर दो अन्य चोरों की पहचान के लिए आसपास के गांवों का सर्वे शुरू कर दिया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि चोरी के दौरान उन्होंने बदमाशों को रोकने की कोशिश की थी, लेकिन चंद मिनटों में ही हाथ लेने पर भीड़ ने इतना तेवर दिखाया कि पीड़ित व्यक्ति की जान चली गई।
ग्राम पंचायत प्रमुख और स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ग्रामीणों में इस निरंतर अपराध से उबाल था और यही गुस्सा इस कृत्य तक पहुंचा। पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि आम जनता अब न्याय की चिंता नहीं, बल्कि अपनी सुरक्षा के लिए आत्मरक्षा करने को मजबूर हो रही है। वहीं, स्थानीय थानाध्यक्ष ने कहा कि अगर पिटाई से मौत हुई है तो वह विधि सम्मत नहीं और दोषी ग्रामीणों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी, क्योंकि कानून के हाथ बताए बिना कार्यवाही नहीं हो सकती।
इस घटना ने एक बार फिर से “मानव न्याय” बनाम “भीड़ न्याय” की बहस को हवा दी है। भाजपा, कांग्रेस, CPI और स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता भी मामले में सतर्क नजर आ रहे हैं और न्यायपालिका से दोषियों के खिलाफ निष्पक्ष जांच व कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।