जेब में फटा iPhone-13, गंभीर रूप से झुलसा युवक, Apple की सुरक्षा पर उठे सवाल मोतिहारी में युवक की चाकू मारकर हत्या, परिजनों में मचा कोहराम, SIT का गठन RCBvsRR: “जागो, विपक्षी टीम के गेंदबाजों को कूटो और सो जाओ”, इस सीजन कोहली के पांचवे अर्धशतक के बाद सामने आई फैंस की प्रतिक्रियाएं पहलगाम हमले का मामला पहुंचा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार उच्चायोग के पास, पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग BSF Jawan Captured: गलती से जीरो लाइन को पार कर गया BSF जवान, पाक रेंजर्स ने हिरासत में लिया चली समीयाना में आज तोहरे चलते गोली..बर्थडे पार्टी में कट्टा लहराकर युवक-युवतियों ने किया डांस, वीडियो हो गया वायरल भारत की कार्रवाई के खिलाफ पाकिस्तान ने उठाए कदम, एयरस्पेस और वाघा बॉर्डर को किया बंद Pahalgam Terror Attack: ढाबे वाले की गलती ने बचा ली 11 लोगों की जान, पहलगाम हमले में बाल-बाल बचे पर्यटकों की आपबीती Bihar Politics: VIP ने सुपौल के छातापुर में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा हुए शामिल महागठबंधन की बैठक में CM फेस पर फिर चर्चा नहीं: तेजस्वी को जवाब नहीं सूझा, कहा-पिछली ही बैठक में सब तय हुआ था, होशियार लोग समझ रहे हैं
12-Apr-2025 03:53 PM
By First Bihar
MOTIHARI: पूर्वी चंपारण के मोतिहारी स्थित तुरकौलिया में दहेज मुक्त सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें 51 जोड़े का सामूहिक विवाह कराया गया। सामाजिक कार्यकर्ता अरुण यादव के अध्यक्षता में इस वैवाहिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर राजद विधायक मनोज यादव, पूर्व विधायक राजेंद्र राम, मेयर प्रति कुमारी मौजूद थे।
सामूहिक विवाह को देखने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। जहां दूल्हे को रथ पर बिठाकर गाजे बाजे और हाथी-घोड़े के साथ बारात निकाली गई। एक साथ जब 51 दूल्हे की बारात कार्यक्रम स्थल पर पहुंची तब सभी 51 दूल्हे और 51 दुल्हन मंच पर पहुंचे जहां हजारों लोगों के बीच जयमाला हुआ फिर सामूहिक विवाह का आयोजन हुआ। शादी के बाद वर-वधू को घरेलू उपयोग के लिए सामान भी दिया गया।
इस सामूहिक विवाह का मकसद दहेज प्रथा जैसी कुरितियों को समाप्त करना है। कुछ ऐसे गरीब परिवार जो अपने बेटी की शादी दहेज़ देकर करने में असमर्थ हैं। ऐसे लोगों की मदद के लिए कुछ सामाजिक संस्था सामने आते हैं। समाज से दहेज़ जैसे कुरीतियों को मिटाने के लिए ऐसे कार्यकम का आयोजन किया जाता है। शादी के बाद एक साथ 51 दुल्हन को ससुराल के लिए विदा किया गया। इस मौके पर 51 जोड़े वर-वधू के माता-पिता और पूरा परिवार उपस्थित थे जिन्होंने नव दंपति को आशीर्वाद दिया और खुशहाल जीवन की कामना की।
मोतिहारी से सोहराब आलम की रिपोर्ट..