ब्रेकिंग न्यूज़

वैशाली में कोचिंग जा रही छात्रा से छेड़खानी, केस वापस लेने का दबाव, पूरे परिवार को जान से मारने की दी धमकी पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी

Bihar Teacher News: बिहार के इन तीन शिक्षकों का क्या था कसूर? शिक्षा विभाग ने ले लिया यह बड़ा एक्शन

Bihar Teacher News: बिहार के जमुई में स्कूल में पढ़ा रहे तीन शिक्षकों की नौकरी देखती ही देखते चली गई. तीनों को बर्खास्त करने के बाद शिक्षा विभाग ने उनसे वेतन के पैसे रिकवरी करने के आदेश दे दिए हैं.

Bihar Teacher News

14-Apr-2025 01:34 PM

By First Bihar

Bihar Teacher News: बिहार के जमुई जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक ही विद्यालय में पदस्थापित तीन शिक्षकों को एक ही दिन में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। इन शिक्षकों को कभी अंदेशा भी नहीं था कि उनके साथ ऐसा कुछ हो सकता है।


शिक्षा विभाग ने फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर नौकरी कर रहे इन तीनों शिक्षकों रविंद्र कुमार, रवि गोपाल कुमार और अनु कुमारी को सेवा से मुक्त कर दिया है। ये सभी शिक्षक जमुई जिले के बरहट प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, नगदेवा में कार्यरत थे। विभाग द्वारा जारी आदेश में उनके खिलाफ वेतन की वसूली (रिकवरी) का निर्देश भी दिया गया है।


दरअसल, वर्ष 2024 में इन शिक्षकों ने सक्षमता परीक्षा के लिए आवेदन किया था, जिसके दौरान उनके प्रमाण पत्रों को फर्जी पाया गया। इसके बाद सत्यापन के लिए इन्हें कई बार बुलाया गया, लेकिन वे लगातार अनुपस्थित रहे। 13 से 17 मई 2024 के बीच प्रमाण पत्र सत्यापन हेतु इन शिक्षकों को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के लिए कहा गया था। जब वे उपस्थित नहीं हुए, तो उन्हें स्पष्टीकरण देने का भी अवसर दिया गया, फिर भी वे नहीं आए। 


विभाग ने स्पीड पोस्ट के माध्यम से पत्र भेजा, लेकिन पता गलत होने के कारण पत्र वापस लौट आया। इसके बाद नियोजन समिति की बैठक में इन शिक्षकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करते हुए उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। इस मामले को लेकर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सीमा कुमारी द्वारा आधिकारिक पत्र जारी किया गया है। फर्जी शिक्षकों के खिलाफ शिक्षा विभाग की यह बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।