ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Crime News: कलयुगी पत्नी ने मायके बुलाकर पति को दिया दूध में जहर, मौत Bihar News: ट्रायल के बाद भी क्यों शुरू नहीं हुई डबल डेकर ओपन बस सेवा? विभाग ने ही लगा दिया पेंच? Bihar Crime News: किसान की गोली मारकर हत्या, अपराधियों ने चेहरे पर की ताबड़तोड़ फायरिंग Patna Encounter: कुख्यात अपराधी अंगेश कुमार एनकाउंटर में घायल, पुलिस पर की थी फायरिंग Bihar News: बिहार में अपराधियों की उलटी गिनती शुरू, भूमाफिया और ड्रग तस्करों के साथ 40 की संपत्ति होगी जब्त Bihar News: अवैध वसूली के आरोप में दो पुलिस पदाधिकारी निलंबित, चार कर्मी ड्यूटी से वंचित Muzaffarpur Encounter: पुलिस की पिस्टल छीन भाग रहा था कुख्यात, अब जीवन भर चलने में होगी दिक्कत Shravani Mela 2025: सुल्तानगंज पहुंचना इस श्रावणी मेले में होगा और आसान, रेलवे का बड़ा फैसला Bihar Monsoon: मॉनसून को लेकर करना पड़ेगा और इंतजार? मौसम विभाग ने गर्मी के बीच बढ़ा दी टेंशन Bihar News: बिहार में सदर अस्पताल के ओपीडी में हंगामा, दवा नहीं मिलने पर मरीज के परिजनों ने की तोड़फोड़

Ramzaan 2025: इबादत, रोजा और बरकत का पवित्र महीना होता है रमजान

इस्लामी कैलेंडर के सबसे पवित्र महीनों में से एक रमजान (Ramadan) 2025 में 1 मार्च से शुरू हो रहा है। यह महीना आत्मा की शुद्धि, अल्लाह की इबादत और जरूरतमंदों की मदद के लिए समर्पित है।

Ramzaan 2025

15-Feb-2025 06:15 AM

By First Bihar

Ramzaan 2025: इस्लामी चंद्र कैलेंडर के अनुसार रमजान का महीना 29 या 30 दिनों तक चलता है और इसे इस्लाम के पांच प्रमुख स्तंभों में से एक माना जाता है। रमजान का महत्व इस बात से समझा जा सकता है कि इस महीने में मुसलमान अपनी आस्था, इबादत, रोजा, दान और अल्लाह की खुशी के लिए विशेष ध्यान देते हैं।


कब से शुरू होगा रमजान 2025?

इस साल भारत में रमजान 1 मार्च 2025, शनिवार के दिन शुरू होगा। यह पवित्र महीना 30 या 31 मार्च 2025 की शाम तक जारी रहने की उम्मीद है। रमजान का अंतिम दिन और ईद-उल-फितर का निर्धारण नए चांद के दिखने पर होता है।


रमजान का महत्व और उपवास

रमजान के दौरान मुसलमान सूरज उगने से लेकर सूरज ढलने तक रोजा रखते हैं।

सहरी: रोजे की शुरुआत से पहले सूरज उगने से पहले कुछ खाया जाता है, जिसे सहरी कहते हैं।

इफ्तारी: सूरज ढलने के बाद रोजा खोलने के लिए भोजन किया जाता है, जिसे इफ्तारी कहते हैं।

रमजान के महीने में अल्लाह की इबादत, कुरान की तिलावत और नेकी के कामों पर विशेष जोर दिया जाता है। यह महीना आत्मशुद्धि और अल्लाह के करीब जाने का अवसर प्रदान करता है।


दान और जकात का महत्व

रमजान में दान (सदक़ा) और जकात को विशेष महत्व दिया गया है। हर मुसलमान को अपनी क्षमता के अनुसार जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए। जकात, जो कि आय का एक निश्चित हिस्सा होता है, इस महीने में विशेष रूप से अल्लाह को खुश करने के लिए दी जाती है।


ईद-उल-फितर: रमजान का उत्सवपूर्ण समापन

रमजान का अंत ईद-उल-फितर के साथ होता है, जो इस्लामिक कैलेंडर के शव्वाल महीने की पहली तारीख को मनाई जाती है। इस दिन मुसलमान अपने आखिरी रोजे के बाद नए कपड़े पहनते हैं, विशेष नमाज अदा करते हैं और परिवार व दोस्तों के साथ मिठाइयों और खुशियों का आदान-प्रदान करते हैं।


क्या करें रमजान में?

पांच वक्त की नमाज: नियमित रूप से नमाज पढ़ें और अल्लाह की इबादत में समय बिताएं।

दान करें: अपनी सामर्थ्य के अनुसार जरूरतमंदों की मदद करें।

अल्लाह का शुक्रिया अदा करें: कुरान की तिलावत और जकात के जरिए अल्लाह का शुक्रिया अदा करें।

नेकी के काम करें: रमजान के महीने में हर नेकी और इबादत का सवाब कई गुना बढ़ जाता है।


रमजान आत्म-नियंत्रण, त्याग और आध्यात्मिकता का महीना है। यह न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि एक ऐसा समय भी है जब मुसलमान अपने जीवन को सुधारने और जरूरतमंदों की मदद करने की कोशिश करते हैं। रमजान का पालन करने से न केवल आत्मा को शांति मिलती है, बल्कि अल्लाह की बरकतें भी प्राप्त होती हैं।