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09-Feb-2025 07:05 AM
By First Bihar
Holi 2025: फाल्गुन मास की पूर्णिमा को हर साल होली के उत्सव के रूप में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस वर्ष 13 मार्च को होलिका दहन और 14 मार्च को रंगों वाली होली का आयोजन किया जाएगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, होली से पहले घर में रखी अशुभ वस्तुएँ नकारात्मक ऊर्जा का संचार करती हैं, जो शुभता के प्रवाह को बाधित करती हैं। इसलिए होलाष्टक की अवधि में ही इन वस्तुओं को हटाने की तैयारी कर लेनी चाहिए।
क्यों करें अशुभ वस्तुओं का निष्कासन?
धार्मिक मान्यताओं और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, घर में पनपी नकारात्मक ऊर्जा से जीवन में बाधाएँ, तनाव और अनावश्यक दिक्कतें उत्पन्न होती हैं। होली के पर्व पर जब हम रंगों का उत्सव मनाते हैं, तो यह जरूरी हो जाता है कि घर में मौजूद अशुभ तत्वों को हटा कर, एक सकारात्मक और शुद्ध वातावरण तैयार किया जाए। इससे न केवल घर में खुशहाली का संचार होता है, बल्कि सभी बिगड़े काम भी शीघ्र ही पूर्ण होने लगते हैं।
होली से पहले किन वस्तुओं को निकालना जरूरी है?
खराब इलेक्ट्रॉनिक सामान:
पुराने और खराब पड़े बिजली के उपकरण तथा इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएँ घर में नकारात्मक ऊर्जा का स्रोत बन सकती हैं। यदि संभव हो तो इन उपकरणों की मरम्मत करवाएं, नहीं तो उन्हें हटा दें।
खंडित मूर्तियां:
टूटी-फूटी या खंडित मूर्तियाँ, विशेष रूप से मंदिर या पूजा घर में रखी हुई, अशुभ मानी जाती हैं। ऐसी मूर्तियों को कूड़ेदान में फेंकने की बजाय किसी पवित्र स्थान (जैसे नदी या तालाब) में प्रवाहित कर दें या धार्मिक परंपरा अनुसार स्थानांतरित करें।
खराब घड़ी:
रुकी हुई या खराब घड़ी को घर में रखना दुर्भाग्य और बाधाओं का संकेत माना जाता है। ऐसी घड़ियों को तुरंत हटा दें ताकि समय की निरंतरता और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे।
फटे-पुराने जूते-चप्पल:
फटे-पुराने जूते-चप्पल घर में नकारात्मकता और गरीबी का प्रतीक माने जाते हैं। सफाई के दौरान इन्हें बाहर निकाल दें, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो।
टूटा हुआ शीशा:
टूटा हुआ कांच का सामान वास्तु दोष उत्पन्न करता है और मानसिक तनाव बढ़ा सकता है। इसलिए, इसे तुरंत हटाना ही उत्तम रहेगा।
मुख्य द्वार की गंदगी:
मुख्य द्वार घर का प्रवेश द्वार होता है। यदि यहां गंदगी और टूट-फूट रह जाए, तो यह नकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। होली से पहले मुख्य द्वार की अच्छी तरह सफाई करवा लें।
घर में लगे जाले:
मकड़ी के जाले या अन्य जाले भी अशुभता का संकेत होते हैं। घर की सफाई के दौरान यह सुनिश्चित करें कि किसी कोने में जाले न लगे हों।
इन अशुभ वस्तुओं को होली से पहले हटा कर घर में एक स्वच्छ, शुद्ध और सकारात्मक वातावरण तैयार करना न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से उचित है, बल्कि यह आपके जीवन में सुख-समृद्धि एवं खुशहाली का संदेश भी लाता है। इस प्रकार, होली के उत्सव का आनंद बिना किसी बाधा के मनाया जा सकता है और नकारात्मक ऊर्जा के स्थान पर शुभता का संचार होता है।