बिहार विधानसभा चुनाव 2025: HAM की 243 सीटों पर तैयारी, मंत्री संतोष सुमन बोले..NDA की होगी भारी जीत BIHAR: जमुई में वंदे भारत ट्रेन से कटकर युवक की मौत, 10 घंटे तक ट्रैक पर पड़ा रहा शव मुजफ्फरपुर में गल्ला व्यापारी लूटकांड का खुलासा, सीसीटीवी फुटेज से खुला राज गोपालगंज डीएम ने सबेया एयरपोर्ट कार्यों में तेजी के दिए निर्देश, नियमित समीक्षा का ऐलान Akshay Kumar की अगली 5 फ़िल्में, हर एक पर लिखा है 'ब्लॉकबस्टर मैटेरियल' Shreyas Iyer: कप्तानी को लेकर श्रेयस अय्यर का बड़ा बयान, IPL ख़त्म होने के बाद पहली बार खुलकर बोले प्रशांत किशोर ने डिप्टी सीएम पद नहीं मांगा, बल्कि 2015 में नीतीश कुमार की कुर्सी बचाई थी: जन सुराज के महासचिव ने जेडीयू MLC को दिया करारा जवाब Patna News: पटना में बिहार का पहला डबल डेकर पुल बनकर तैयार, सीएम नीतीश इस दिन देंगे बड़ी सौगात Patna News: पटना में बिहार का पहला डबल डेकर पुल बनकर तैयार, सीएम नीतीश इस दिन देंगे बड़ी सौगात 8 साल बाद सर्किल रेट बढ़ने से अयोध्या में महंगी हुई जमीन: अब बिहार में हो रही यह चर्चा
01-Jan-2025 01:30 PM
By First Bihar
MLC Banshidhar Brajwasi Oath: पिछले दिनों मुजफ्फरपुर के तिरहुत स्नातक निर्वाचन उपचुनाव में जेडीयू और आरजेडी उम्मीदवारों को शिकस्त देकर जीत दर्ज करने वाले निर्दलीय वंशीधर ब्रजवासी आगामी आगामी 3 जनवरी को विधान परिषद सदस्य के तौर पर शपथ लेंगे। बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नायारण सिंह उन्हें शपथ दिलाएंगे।
विधान परिषद सचिवालय की तरफ से इसको लेकर नोटिफिकेशन जारी किया गया है। बिहार विधान परिषद के उप सचिव विश्वजीत कुमार सिन्हा की तरफ से जारी पत्र में जानकारी दी है कि बिहार विधान परिषद के उप निर्वाचन 2024 में तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित सदस्य बंशीधर ब्रजवासी आगामी तीन जनवरी को दोपहर एक बजे विधान परिषद सभापति के कार्यालय में सदस्यता की शपथ लेंगे।
बता दें कि तिरहुत स्नातक उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार वंशीधर ब्रजवासी करीब 12 हजार के अंतर से चुनाव जीते थे। उन्होंने सत्ताधारी और विपक्षी दल के उम्मीदवारों को कड़ी शिकस्त देते हुए चुनाव में जीत दर्ज की थी। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) तीसरे और जनता दल यूनाइटेड (JDU) चौथे स्थान पर रही थी। दोनों पार्टी के उम्मीदवार को मिले वोट मिलाने के बाद भी बंशीधर ब्रजवासी की बराबरी नहीं कर सके। वहीं जनसुराज दूसरे नंबर पर रहे थे।
चुनाव जीतने के बाद वंशीधर ब्रजवासी ने कहा था कि हमारी चुनाव की कभी तैयारी नहीं थी। हम तो शिक्षक थे चुनाव कैसे लड़ते। सरकार ने मुझे बर्खास्त करके शिक्षकों की आवाज को दबाने की जो नाकाम कोशिश की उसका हिसाब करने के लिए शिक्षकों ने मुझे कैडिडेट बनाया। उन्होंने कहा था कि बिहार किसी के बाप की बपौती नहीं है यहां के संसाधन पर हरेक शिक्षक, हरेक नौजवान और यहां के बच्चों का सामान अधिकार है।