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03-Aug-2025 06:27 PM
By FIRST BIHAR
Bihar Politics: बिहार के बक्सर से आरजेडी सांसद सुधाकर सिंह ने भारत निर्वाचन आयोग को एक पत्र लिखकर 1 अगस्त को SIR के बाद जारी विलोपित मतदाताओं की सूची को केवल अंग्रेज़ी में प्रकाशित किए जाने पर गहरी चिंता जताई है।
अपने पत्र में उन्होंने कहा है कि जिन मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए गए हैं, उनकी जानकारी सिर्फ अंग्रेज़ी भाषा में सार्वजनिक की गई है। यह स्थिति अत्यंत चिंताजनक है क्योंकि बिहार एक हिन्दी भाषी राज्य है, जहां अधिकांश जनता विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के मतदाता और बूथ लेवल एजेंट अंग्रेज़ी पढ़ने या समझने में सक्षम नहीं हैं।
सुधाकर सिंह ने यह भी उल्लेख किया कि BLA अक्सर किसान, मज़दूर या सामान्य वर्ग के लोग होते हैं, जिन्हें अंग्रेज़ी भाषा का सीमित ज्ञान होता है। ऐसी स्थिति में, केवल अंग्रेज़ी में सूची जारी करना जानबूझकर उन्हें गुमराह करने और विलोपित नामों की सही पहचान से वंचित रखने जैसा प्रतीत होता है।
उन्होंने कहा कि यह न सिर्फ लोकतांत्रिक प्रक्रिया की पारदर्शिता को बाधित करता है, बल्कि मतदाता सूची में सुधार और आपत्ति दर्ज कराने की प्रक्रिया को भी प्रभावित करता है। सांसद ने आयोग से आग्रह किया है कि विलोपित मतदाताओं की पूरी सूची तत्काल हिंदी भाषा में प्रकाशित की जाए, ताकि आम नागरिक और BLA उसे समझ सकें और समय रहते उचित आपत्ति या सुधार दर्ज करा सकें।