ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: चाची को हुआ भतीजे से ऐसा प्यार, पति की मौजूदगी में मंदिर में रचा ली शादी; बोली- साथ जिएंगे साथ मरेंगे Bihar News: बिहार में बड़ा हादसा, तेज़ रफ्तार स्कॉर्पियो गंगा नदी में गिरी, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Bihar News: बिहार में बड़ा हादसा, तेज़ रफ्तार स्कॉर्पियो गंगा नदी में गिरी, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Khan Sir: खान सर ने दी दूसरी रिसेप्शन पार्टी, सिर्फ छात्राओं को एंट्री; क्यों नहीं पहुंचीं मिसेज खान? Khan Sir: खान सर ने दी दूसरी रिसेप्शन पार्टी, सिर्फ छात्राओं को एंट्री; क्यों नहीं पहुंचीं मिसेज खान? Bihar Crime News: बिहार में भारी मात्रा में प्रतिबंधित कफ सिरप जब्त, झारखंड से भेजी जा रही थी बड़ी खेप Mahayagya in Gayaji: गयाजी में श्री विद्या त्रिकोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ की पूर्व संध्या पर निकाली गई भव्य शोभा यात्रा, बड़ी संख्या में श्रद्धालु हुए शामिल Mahayagya in Gayaji: गयाजी में श्री विद्या त्रिकोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ की पूर्व संध्या पर निकाली गई भव्य शोभा यात्रा, बड़ी संख्या में श्रद्धालु हुए शामिल युवा-छात्र संवाद कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए तैयारी समिति की बैठक, बड़ी संख्या में युवा नेता हुए शामिल युवा-छात्र संवाद कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए तैयारी समिति की बैठक, बड़ी संख्या में युवा नेता हुए शामिल

विद्या विहार रेसिडेंशियल स्कूल के छात्र शिवांकर कुमार ने RMO-2024 में किया शानदार प्रदर्शन

विद्या विहार रेसिडेंशियल स्कूल के छात्र शिवांकर कुमार ने RMO-2024 में किया शानदार प्रदर्शन

16-Dec-2024 05:53 PM

By Tahsin Ali

PURNEA: विद्या विहार रेसिडेंशियल स्कूल (VVRS) और विद्या विहार करियर प्लस (VVCP) के संयुक्त प्रयासों ने एक बार फिर अपनी उत्कृष्टता साबित की है। स्कूल के होनहार छात्र शिवांकर कुमार, जिन्होंने 2024 में बिहार बोर्ड (BSEB) के परिणामों में बिहार टॉप किया था, ने अब रीजनल मैथमेटिकल ओलंपियाड (RMO-2024) में भी शानदार प्रदर्शन कर विद्यालय और राज्य का नाम रोशन किया है।  


शिवांकर वर्तमान में वीवीआरएस एवं वीवीसीपी द्वारा  संचालित 10+2 इंटीग्रेटेड प्रोग्राम (सत्र 2024-26)के विद्यार्थी हैं। उनके इस उल्लेखनीय प्रदर्शन के उपलक्ष्य में विद्या विहार रेसिडेंशियल स्कूल के ऑडिटोरियम में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में शिवांकर, उनके माता-पिता और विद्या विहार करियर प्लस  के मार्गदर्शक श्री राजन रंजन,श्री शंकरदयाल ,श्री शिनेंद्र एवं सुश्री अनीशा को सम्मानित किया गया।  


इस अवसर पर विद्या विहार रेसिडेंशियल स्कूल के सचिव राजेश चंद्र मिश्र, निदेशक आर.के. पॉल, प्राचार्य री निखिल रंजन, पीआरओ राहुल शांडिल्य और विद्या विहार करियर प्लस के निदेशक री प्रशांत शंकर सहित विद्या विहार परिवार के सभी सदस्य एवं छात्र छात्राएं मौजूद रहे।  


इस मौके पर विद्या विहार रेसिडेंशियल स्कूल के सचिव राजेश चंद्र मिश्र ने कहा कि “शिवांकर जैसे होनहार छात्र हमारी संस्था की गुणवत्ता और मार्गदर्शन का प्रमाण हैं। उनका यह प्रदर्शन विद्यालय और राज्य के लिए गर्व का क्षण है। विद्या विहार सदैव छात्रों को उनके लक्ष्यों तक पहुँचने में मार्गदर्शन और प्रेरणा देने के लिए प्रतिबद्ध है।”  


वहीं विद्या विहार रेसिडेंशियल स्कूल के निदेशक आर.के. पॉल ने कहा कि “हमारी शैक्षणिक और सह-शैक्षणिक गतिविधियाँ छात्रों को उनके सर्वांगीण विकास के लिए तैयार करती हैं। शिवांकर ने यह सिद्ध कर दिया है कि कठिन परिश्रम और सही मार्गदर्शन से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं।”  


स्कूलके प्राचार्य निखिल रंजन ने कहा कि “शिवांकर की उपलब्धि ने हमें गौरवान्वित किया है। हमारी संस्था में न केवल शिक्षा का स्तर ऊंचा है, बल्कि छात्रों को अनुशासन, नैतिकता और प्रतिस्पर्धा की भावना से भी परिपूर्ण किया जाता है। यह सफलता इसी प्रक्रिया का परिणाम है।”  


VVCP के निदेशक प्रशांत शंकर ने कहा कि “विद्या विहार करियर प्लस (VVCP) का उद्देश्य छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करना है। शिवांकर की यह सफलता सभी छात्रों के लिए प्रेरणा है। मैं उनके माता-पिता, शिक्षकों और पूरी टीम को इस सफलता के लिए धन्यवाद देता हूं।”  


शिवांकर के माता-पिता ने अपने बेटे की इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा, “विद्या विहार रेजिडेंशियल स्कूल एवं विद्या विहार करियर प्लस में जो पढ़ाई और अनुशासन का माहौल है, वह हमारे बेटे के विकास के लिए बहुत मददगार साबित हुआ है। नियमित परीक्षाओं और शिक्षकों की मेहनत से शिवांकर की प्रतिभा को सही दिशा मिली है। हम संस्था का आभार व्यक्त करते हैं।”  


विद्या विहार रेसिडेंशियल स्कूल और विद्या विहार करियर प्लस के प्रयासों ने एक बार फिर यह सिद्ध किया है कि सही मार्गदर्शन और कड़ी मेहनत से सफलता सुनिश्चित की जा सकती है। यह उपलब्धि न केवल शिवांकर और उनके परिवार के लिए बल्कि पूरी संस्था के लिए गौरव का क्षण है।