ब्रेकिंग न्यूज़

Illegal Bangladeshi Immigrants: 18 लाख राशन कार्ड रद्द, सैकड़ों अवैध बांग्लादेशियों को भेजा गया वापस Asaduddin Owaisi: पाकिस्तान का समर्थन कर फुदक रहे तुर्की पर भड़के ओवैसी, याद दिलाई औकात.. Nepal Bangladesh Border: नेपाल-बांग्लादेश सीमा से सटे थाने बनेंगे हाईटेक, तस्करी और घुसपैठ पर लगेगी पूरी तरह रोक Jharkhand News: एनआईटी के होनहार छात्र ने मौत को लगाया गले, जानिए आखिर क्या था कारण? RBI 20 rupees note :नोट बदलने की फिर तैयारी? जानिए 20 रुपये के नोट को लेकर क्या बोला RBI! Bihar News: मदरसे में मासूम को तालिबानी अंदाज में दी यातना, मौलाना की पोल खुलने पर मची सनसनी Bihar News : छत गिरने से दाउदनगर पीएचसी में बाल-बाल बचे डॉक्टर और मरीज, फिर उठी नए भवन की मांग Fake tantrik arrested: साधु के वेश में ठगी: तंत्र-मंत्र के झांसे में आकर महिला से लाखों की ठगी, दो गिरफ्तार, एक फरार Bihar Crime News: मछली विवाद में शख्स की हत्या, 8 लोग गिरफ्तार Bihar News: अब पटना आने-जाने में ट्रैफिक जाम से हमेशा के लिए छुटकारा, इस सड़क के चौड़ीकरण का टेंडर जारी

विधान परिषद के नए सदस्यों का शपथ आज, मुकेश सहनी समेत 7 का कार्यालय हुआ खत्म

विधान परिषद के नए सदस्यों का शपथ आज, मुकेश सहनी समेत 7 का कार्यालय हुआ खत्म

22-Jul-2022 08:40 AM

By

PATNA : बिहार विधान परिषद के नवनिर्वाचित सात सदस्यों के लिए आज का दिन बेहद ख़ास होगा। दरअसल, इन सभी सदस्यों का आज यानी शुक्रवार को शपथग्रहण होगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी, संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी मौजूद रहेंगे। 



विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह सातों नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाएंगे। आपको बता दें, इन सदस्यों में भाजपा से अनिल शर्मा और हरि सहनी, जदयू से रवींद्र प्रसाद सिंह और आफाक अहमद खां, राजद से कारी सोहेब, मुन्नी देवी और अशोक कुमार पांडेय शामिल हैं, जो आज अपने पद की शपथ लेंगे। 



गौरतलब है कि बिहार विधान परिषद के 7 विधान पार्षदों का कार्यकाल 21 जुलाई को खत्म हो गया था। इनमें जदयू से मो. कमर आलम, गुलाम रसूल बलियावी, रोजिना नाजिश, रणविजय कुमार सिंह और सीपी सिन्हा, भाजपा से अर्जुन सहनी और भाजपा के सहयोग से विधान पार्षद बने वीआईपी नेता मुकेश सहनी शामिल हैं। चूंकि 7 सीट के लिए सात ही उम्मीदवारों का ही नामांकन हुआ था इसलिए वोटिंग की जरूरत नहीं पड़ने से भाजपा से 2, जदयू से 2 और राजद से 3 प्रत्याशियों की जीत तय हुई थी। गौर करने वाली बात तो ये है कि वीआईपी का विधानपरिषद में अब अस्तित्व ही खत्म हो गया।