ब्रेकिंग न्यूज़

IIT खड़गपुर के छात्र की हॉस्टल से मिली लाश, बिहार के शिवहर का रहने वाला था आसिफ कमर, परिजनों ने की जांच की मांग मदद की बजाय वीडियो बनाते रहे लोग, कार में जिंदा जल गया युवक NEET पास कराने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी, 3 दलाल को STF ने दबोचा Bihar Politics: ‘बिहार में बनेगी महागठबंधन की सरकार’ पटना में बैठक के बाद मुकेश सहनी का बड़ा दावा बड़हरा की बेटी सोनाली सिंह ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में बढ़ाया कदम, आत्मनिर्भर बनने के लिए किया प्रेरित Pahalgam Attack: पाकिस्तान के खिलाफ भारत का एक और स्ट्राइक, बगलिहार बांध से चिनाब नदी का पानी रोका Pahalgam Attack: पाकिस्तान के खिलाफ भारत का एक और स्ट्राइक, बगलिहार बांध से चिनाब नदी का पानी रोका शराब के बाद गांजा तस्करी के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे धंधेबाज, एम्बुलेंस से 78 kg गांजा बरामद, 3 तस्कर गिरफ्तार महज 11 साल की उम्र में जीजा से शादी, 12 साल बाद देवर से हो गया प्यार; दिलचस्प है कहानी BIHAR NEWS: सहरसा रेलवे यार्ड में बड़ा हादसा, इंजन सेंटिंग के दौरान दो पॉइंट्समैन घायल

सृजन घोटाला : भागलपुर के तत्कालीन सिविल सर्जन की पेंशन होगी जब्त, 40 लाख से ज्यादा है गबन का मामला

सृजन घोटाला : भागलपुर के तत्कालीन सिविल सर्जन की पेंशन होगी जब्त, 40 लाख से ज्यादा है गबन का मामला

28-Jun-2021 07:54 AM

By

PATNA : बिहार के चर्चित सृजन घोटाला कांड में भागलपुर के तत्कालीन सिविल सर्जन की पूरी पेंशन राशि जब्त की जाएगी। सरकार ने भागलपुर के सिविल सर्जन रह चुके डॉ विजय कुमार की पूरी पेंशन राशि को जब्त करने का आदेश दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को इससे जुड़ी अधिसूचना जारी कर दी है। भागलपुर में सिविल सर्जन रहे डॉ विजय कुमार पर सरकारी राशि के गबन का आरोप है और जांच में ये आरोप सही पाया गया है। 


तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी राशि का गबन कर सृजन महिला विकास संस्थान सबौर के खाते में पैसे जमा कराए। जांच में मामला सही पाया गया है जिसके बाद उनकी पूरी पेंशन राशि को जब्त करने का आदेश दिया गया है। इसके पहले बीते साल अक्टूबर महीने में उनकी 25 फ़ीसदी पेंशन में कटौती का दंड दिया गया था लेकिन अब उनकी पूरी पेंशन ही जब्त करने का फैसला लिया गया है। 


मामला 40 लाख 75 हजार के गबन से जुड़ा हुआ है। जांच में पाया गया है कि सिविल सर्जन होने के नाते स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत आने वाली दुकानों से प्राप्त आय को सरकारी राजस्व के तौर पर खजाने में जमा कराना था लेकिन दुकान से हुई आय को सिविल सर्जन ने एक नया खाता खोलकर उसमें ट्रांसफर कर दिया। तीन बैंक खातों की राशि को बैंक ऑफ बड़ौदा भागलपुर में नया खाता खोलकर स्थानांतरित किया गया था जो नियम के विरुद्ध था।