ब्रेकिंग न्यूज़

शारदा सिन्हा को पद्म विभूषण, सुशील मोदी और पंकज उधास को पद्म भूषण अवार्ड, मरणोपरांत मिला सम्मान Sanjeev Mukhiya: EOU के सामने संजीव मुखिया कई राज उगले, कहा..पटना-रांची-दरभंगा-धनबाद के कई डॉक्टर सॉल्वर गैंग में थे शामिल बेटी की शादी से पहले होने वाले दामाद के साथ सास फरार, मोबाइल फोन बना इस अनोखे प्रेम कहानी का सूत्रधार Paresh Rawal: क्यों वीरू देवगन की सलाह पर 15 दिनों तक खुद का ही पेशाब पीते रहे परेश रावल, बाद में डॉक्टर्स भी रह गए थे हैरान पटना में बना अनोखा रिकॉर्ड, लॉ प्रेप ने रचा वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Manoj Bajpayee: खुद को 'सस्ता मजदूर' क्यों मानते हैं मनोज बाजपेयी? कारण जान आप भी कहेंगे ‘ये तो सरासर नाइंसाफी है’ दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Bihar Crime News: जमीनी विवाद को लेकर 2 पक्षों में खूनी संघर्ष, आधा दर्जन लोग घायल, गांव में दहशत का माहौल बिहार में बड़े पैमाने पर IAS अधिकारियों का तबादला, देखिए पूरी लिस्ट..

सृजन घोटाला: भागलपुर के तत्कालीन डीएम के घर CBI की दबिश, करोड़ों के घोटाले का है आरोप

सृजन घोटाला: भागलपुर के तत्कालीन डीएम के घर CBI की दबिश, करोड़ों के घोटाले का है आरोप

08-Oct-2022 11:48 AM

By

JAMUI : भागलपुर के चर्चित सृजन घोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। इस मामले में सीबीआई की टीम ने भागलपुर के तत्कालीन डीएम आईएएस वीरेंद्र यादव के जमुई स्थित पैतृक आवास पहुंचकर लोगों से पूछताछ की है। सीबीआई की टीम ने आईएएस वीरेंद्र यादव के पैतृक गांव लछुआड़ थाना क्षेत्र के भूल्लो में करीब 20 मिनट तक ग्रामीणों और वीरेंद्र यादव की संपत्ति के केयरटेकर गोस्वामी से पूछताछ की। बताया जा रहा है कि करीब आधा दर्जन की संख्या में सीबीआइ के अधिकारी चार बजे के करीब भूल्लो गांव पहुंचे थे। 


टीम में शामिल अधिकारियों ने IAS डॉ. वीरेंद्र यादव की संपत्ति की जानकारी ली। इसके साथ ही उनके गांव आने जाने का भी ब्यौरा लिया। वीरेंद्र यादव पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अन्य अभियुक्तों के साथ मिलकर दो चेक के माध्यम से करोड़ों रुपये का गबन किया था। स्पेशल कोर्ट ने धारा 205 के तहत 30 मई को दाखिल अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया था। सीबीआइ ने पाया है कि आइएएस वीरेंद्र यादव ने करोड़ों रुपये की सरकारी राशि का स्थानांतरण सृजन संस्था के खाते में किया था।


तत्कालीन डीएम वीरेंद्र कुमार यादव 14 जुलाई 2014 से 18 अगस्त 2015 तक भागलपुर के डीएम रहे थे। नजारत शाखा के 21 करोड़ 95 लाख से अधिक रुपये सृजन के खाते में डायवर्ट करने के मामले में वीरेंद्र यादव पर CBI ने चार्जशीट दाखिल किया है। जिन दो चेक के माध्यम से करोड़ों रुपए की राशि ट्रांसफर की गई थी, उसपर वीरेंद्र यादव के हस्ताक्षर मिले थे। हस्ताक्षर को जांच के लिए हैदराबाद स्थित सीएफएसएल को भेजा गया था, जहां से यह पुष्टि हुई थी कि उन दोनों चेकों पर वीरेंद्र यादव ने ही हस्ताक्षर किया था।