सीवान में मनचलों ने छेड़खानी के दौरान दो लड़कियों पर चाकू से किया हमला, हालत गंभीर गया में सिंदूर महायज्ञ ने रचा इतिहास: अब तक 8 करोड़ आहुतियाँ, विकास और सनातन पर जोर आरा में संत सम्मेलन का भव्य आयोजन, अजय सिंह ने धर्म-संस्कृति पर दिया जागरूकता का संदेश नीतीश की योजनाओं का क्रेडिट ले रहे तेजस्वी यादव, बोले मंगल पांडेय..लालू परिवार ने किसी का भला नहीं किया 26 जून के छात्र-युवा संवाद को लेकर भोजपुर से जागरूकता रथ रवाना, रथयात्रा से गांव-गांव तक जागरूकता अभियान की शुरुआत नीतीश के गृह क्षेत्र में मुकेश सहनी ने किया वादा, कहा..हमारी सरकार बनी तो निषाद के खाते में 3 महीने तक दिया जाएगा ₹5000 बम की धमकी से मचा हड़कंप: यूके से दिल्ली आ रही एयर इंडिया फ्लाइट की सऊदी अरब में इमरजेंसी लैंडिंग Life Style: जब उम्मीद बाकी हो, तो कोशिशें चमत्कार कर सकती हैं; जानिए... राजा की कहानी परमानंदपुर पंचायत में VIP नेता संजीव मिश्रा का जनसंपर्क अभियान, बोले..अब गांव की सरकार गांव के लोगों के हाथ में होनी चाहिए Road Accident: आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे सड़क हादसे में बिहार के युवक की मौत, बिजनेस के सिलसिले में गए थे दिल्ली
15-Sep-2022 08:01 PM
By
GAYA: शराबबंदी वाले बिहार के गया में पितृपक्ष के दौरान पूर्वजों का पिंडदान हो रहा है। इस दौरान अक्षत, जौ, काला तिल आदि से पितरों का तर्पण किया जाता है। लेकिन शराबबंदी वाले बिहार के गया में आज शराब से पितरों का तर्पण किया गया। अपने पितरों या पूर्वजों की याद में शराब चढ़ाने की क्रिया कैमरे के सामने की गयी। पितरों के तर्पण के बाद बोतल में जो शराब बच गयी उसे सफाईकर्मी को दान दे दिया गया।
बता दें कि गया में होने वाला पिंडदान पूरी तरीके से वैदिक रीति रिवाज के मुताबिक किया जाता है. सदियों से चली आ रही व्यवस्था के मुताबिक पिंडदान की रस्म निभायी जाती है. इसमें कहीं शराब शामिल नहीं है. लेकिन पिंडदान करने आय़े कुछ लोगों ने सरेआम शराब चढ़ाकर पूर्वजों के आत्मा की शांति की प्रार्थना की वह भी शराबबंदी वाले राज्य बिहार में।
गया शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूर प्रेतशिला पहाड़ है, जहां पिंडवेदी पर पितरों का तर्पण किया जाता है. प्रेतशिला पर पडोसी राज्य उत्तर प्रदेश के पिंडदानी पहुंचे थे. उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से आये पंडदानी महावीर प्रसाद जायसवाल और रमण प्रसाद गुप्ता ने पिंडवेदी पर शराब चढ़ा कर पितरों का तर्पण किया. वहां मौजूद लोगों ने जब उनसे पूछा कि वे शराब क्यों चढ़ा रहे हैं तो उनका जवाब था कि उनके पुजारी ने बताया है कि अगर पूर्वज शराब पीते थे तो उन्हें शराब का तर्पण करना चाहिये।
शराब से पितरों का तर्पण करने वाले पिडंदानी को लेकर गया में कई तरह की चर्चायें हो रही हैं. लेकिन स्थानीय पंडों ने इसे गलत करार दिया है. उनके मुताबिक पिंडदान कोई तंत्र-मंत्र की क्रिया नहीं है, जिसमें अलग किस्म की चीजें चढ़ायी जायें. ये भगवान ब्रह्मा, विष्णु और महेश को समर्पित किया जाता है. अगर किसी ब्राह्मण ने पिंडदानी को ये बताया कि शराब से तर्पण करना चाहिये तो वह महामूर्ख है।