अमरनाथ एक्सप्रेस की बोगी में महिला ने दिया बच्चे को जन्म, समस्तीपुर में भर्ती फतुहा में पुनपुन नदी में नाव पलटी, दो लापता; 18 लोग तैरकर बचे नीसा देवगन बनीं ग्रेजुएट, काजोल ने चिल्लाकर कहा.. ‘कम ऑन बेबी’, वीडियो वायरल अरवल: हत्या के दो फरार आरोपियों के घर पुलिस ने चिपकाया इस्तेहार, 30 दिन में सरेंडर का आदेश बिहार में शराब तस्करी का खेल जारी: अंडे की कैरेट के बीच छिपाकर मुजफ्फरपुर ले जाई जा रही थी 3132 लीटर विदेशी शराब, ट्रक जब्त Bihar News: 351 फीट का अनोखा कांवर लेकर मुजफ्फरपुर पहुंचे शिवभक्त, बाबा गरीबनाथ धाम में करेंगे जलाभिषेक दिल्ली में स्वामी करपात्री जी की जयंती पर भव्य समारोह, केंद्रीय मंत्री, सांसद और पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई हुए शामिल दिल्ली में स्वामी करपात्री जी की जयंती पर भव्य समारोह, केंद्रीय मंत्री, सांसद और पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई हुए शामिल कंकड़बाग में युवक पर चाकू से हमला, आपसी रंजिश का मामला; तीन आरोपी गिरफ्तार समाजसेवी अजय सिंह ने बाढ़ प्रभावित जवैनिया गांव का किया दौरा, राहत सामग्री का किया वितरण
26-Nov-2024 11:59 AM
By First Bihar
PATNA : बिहार में शिक्षकों के अटेंडेंस को लेकर ई शिक्षा पोर्टल तैयार किया गया। राज्य भर के शिक्षक इसी पोर्टल के जरिए अपनी हाजिरी बनाते हैं। अब बिहार विधानसभा से शीत कालीन सत्र के दूसरे दिन इसी ऐप में विसंगतियों को लेकर सवाल उठाया गया।
बिहार विधानसभा में विपक्ष के विधायक मुकेश कुमार ने कहा कि क्या मंत्री, शिक्षा विभाग, यह बतलाने की कृपा करेंगे कि क्या यह बात सही है कि बिहार राज्य के प्रारंभिक से उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में "ई" शिक्षा ऐप पर उपस्थिति अनिवार्य किया गया है जबकि "ई" शिक्षा ऐप सही से कार्य नहीं कर रहा है, जिससे शिक्षकों को उपस्थिति दर्ज करने में कठिनाई हो रही है?
इसके साथ ही क्या यह बात सही है कि "ई" शिक्षा ऐप पर उर्दू विद्यालयों के लिये रविवार को होली डे अंकित रहता है जबकि रविवार को उर्दू विद्यालय में पठन-पाठन कार्य संचालित होते हैं ? यदि उपर्युक्त खंडों के उत्तर स्वीकारात्मक हैं, तो क्या सरकार जबतक "ई" शिक्षा ऐप सही से कार्य युक्त नहीं हो जाता है तबतक के लिये इसे बाध्यकारी नहीं बनाने का विचार रखती है, नहीं, तो क्यों ?
इसके बाद सरकार ने यह सवाल किया कि ई शिक्षा पोर्टल पर शुक्रवार को जो छुट्टी की जाती है उर्दू विद्यालय में लेकिन ऐप में केवल रविवार को छुट्टी बताई गई हैं। ऐसे में उनकी उपस्थिति काट दी जाती है। ऐसे एप और सरकारी स्कूल के टीचर को लेकर सरकार योजना बना रही है? इसके साथ ही इस कमी को कैसे दूर किया जाएगा ?
इधर शिक्षा मंत्री ने जवाब में कहा कि 95% हाजिरी इस ऐप के जरिए सही दर्ज हो रही है लेकिन इसके बावजूद भी यदि कहीं कोई कमी रह गई है तो उसकी जांच करवाई जाएगी। इसके साथ ही हमने यह भी कहा है कि शिक्षक चाहे तो फिजिकल उपस्थिति भी दर्ज करवा सकते हैं। इसके अलावा माननीय सदस्य जो सवाल उठा रहे हैं वह पर हम लोग विचार कर रहे हैं और जल्द ही इस पर हम लोग सुधार कर लेंगे। हाजिरी की वजह से या एप की कमी की वजह से किसी का वेतन को नहीं रोका गया है यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं।