ब्रेकिंग न्यूज़

बक्सर में सनातन जोड़ो यात्रा का तीसरा दिन, राजकुमार चौबे ने किया वादा, कहा..बक्सर को धार्मिक राजधानी बनाकर रहेंगे बड़हरा से तीर्थयात्रा पर रवाना हुए 300 से अधिक श्रद्धालु, अजय सिंह ने दिखाई हरी झंडी पटना के वर्मा फाउंडेशन ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स में शिक्षक दिवस की धूम, शिक्षकों को किया गया सम्मानित Bihar Crime News: बिहार में घर में घुसकर महिला की बेरहमी से हत्या, खून से सना शव मिलने से सनसनी Bihar Crime News: बिहार में घर में घुसकर महिला की बेरहमी से हत्या, खून से सना शव मिलने से सनसनी Araria News: अररिया के फुलकाहा में ईद मिलादुन्नबी पर निकली गई मोहम्मदी जुलूस, अमन और इंसानियत का दिया पैगाम Araria News: अररिया के फुलकाहा में ईद मिलादुन्नबी पर निकली गई मोहम्मदी जुलूस, अमन और इंसानियत का दिया पैगाम Purnea Crime News: पूर्णिया में 12 साल के छात्र की बेरहमी से हत्या, नशे के खिलाफ आवाज उठाना पड़ा भारी Purnea Crime News: पूर्णिया में 12 साल के छात्र की बेरहमी से हत्या, नशे के खिलाफ आवाज उठाना पड़ा भारी Tips for better sleep : आपको भी रातों में नींद नहीं आती? अपनाएं ये आसान ट्रिक्स और पाएं चैन की नींद

मां-पिता ने कर दिया अंतिम संस्कार, अगले दिन बेटा मिला जिंदा

मां-पिता ने कर दिया अंतिम संस्कार, अगले दिन बेटा मिला जिंदा

14-Nov-2019 03:56 PM

By

RANCHI:  मां और पिता ने बेटे का शव समझकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया. लेकिन एक दिन के बाद पता चला कि बेटा जिंदा है. वह किसी चाइल्ड लाइन के पास है. गम का माहौल खुशी में बदल गया. 

सड़क हादसे में दो बच्चों की हुई थी मौत

रांची के कोतवाली थाना क्षेत्र में रविवार को दो बच्चों की ट्रक से कुचलने के कारण मौत हो गई हो थी. लापता दोनों दोस्तों के परिजन खोज रहे थे. लेकिन पतरस और करण का कुछ पता नहीं चल पाया. जब अखबार में हादसे की जानकारी मिली तो अगले दिन परिजन रिम्स हॉस्पिटल पहुंचे. इस दौरान एक बच्चे करण के शव की पहचान हुई और दूसरे की नहीं हुई. जिसके बाद पतरस नाम के बच्चे के पिता ने अपने बेटा का शव समझकर रिम्स हॉस्पिटल से ले गए और उसका अंतिम संस्कार कर दिया. पतरस के पिता को इसलिए लगा कि दोनों बच्चे एक साथ ही रहते थे. 


पुलिस की लापरवाही आई सामने

इस मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है. जब बच्चे के परिजन थाना में पहुंचे तो सड़क हादसे में दो बच्चों की मौत की जानकारी दी गई. लेकिन पुलिस ने चाइल्ड लाइन को सौंपे गए पतरस के बारे में कोई जानकारी नहीं दी. जिसके कारण परिजनों ने दूसरे बच्चे का शव का अंतिम संस्कार अपना बेटा समझकर किया. पतरस को लेकर जब चाइल्ड लाइन से कॉल आया तो यह सारा मामला सामने आया.