बेतिया में गंडक नदी की तेज धार में बहा चचरी पुल, कई गांवों का संपर्क टूटा हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने राजद और कांग्रेस पर बोला हमला, कहा..आरक्षण विरोधी रहा है दोनों पार्टियों का चरित्र Bihar Ias Officers: बिहार के 12 IAS अफसरों को मिली एक और नई जिम्मेदारी, पूरी लिस्ट देखें.... Bihar News: बिहार के 544 CO पर हुआ एक्शन, फिर भी अंचल अधिकारियों पर नहीं पड़ रहा प्रभाव, मंत्री ने की हाईलेवल मीटिंग बेगूसराय में नदी में डूबने से 4 की मौत, खगड़िया में एक बच्ची की गई जान Bihar News: इन जिलों में अगले 2 दिन भीषण बारिश, IMD ने पहले कर दिया सावधान Bihar News: बिहार की इन 8 महिला समेत 13 अफसरों की लगी ड्यूटी, 19-20 तारीख को करेंगे यह काम पटना फतुहा में टाटा कमर्शियल गाड़ियों के सबसे बड़े शोरूम ‘बुद्धा शक्ति’ का उद्घाटन, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने किया शुभारंभ FASTag Yogna: कार, जीप, वैन मालिकों के लिए बड़ी खबर....3000 रू का पास बनाएं और देशभर में करें यात्रा अब घरों में इन्वर्टर लगाने की नहीं पड़ेगी जरूरत: बिहार के 15 शहरों में लगने जा रही हाई-कैपेसिटी बैटरी इन्वर्टर, पावर कट होते ही 4 घंटे मिलेगी बिजली
20-Mar-2024 07:42 PM
By First Bihar
GAYA: भगवान राम को काल्पनिक बताने वाले जीतनराम मांझी आज अचानक गया में आयोजित होली मिलन समारोह में जयश्रीराम का जयकारा लगाने लगे। मीडिया ने जब उन्हें उनके पुराने बयान को याद दिलाया तो वो हत्थे से उखड़ गये। मांझी ने कहा कि हमने कभी प्रभू श्रीराम का विरोध नहीं किया है। यदि श्रीराम के बारे में किसी ने कहा है कि तो उसकी मुर्खता है। राम और कृष्ण का विरोध हमने कभी नहीं किया था। हमने कहा था कि राम के चरित्र को सामने लाकर जो रामायण में जो नीतिया कही गयी है वो सारी नीतिया ऐसी है जो भूत,भविष्य और वर्तमान के लिए कामयाब है।
दरअसल जीतनराम मांझी ने यह बयान गया जिले में दी है। गया में भाजपा की ओर से धर्म सभा भवन में होली मिलन आयोजित की गयी थी। इसी में शामिल होने के लिए जीतनराम मांझी पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ होली खेली और एक दूसरे को अबीर और गुलाल लगाकर होली की बधाईयां दी। जब बीजेपी कार्यकर्ता जयश्री राम का नारा लगा रहे थे तब उन्हें देखकर मांझी भी जयकारा लगाने लगे। उनके जयकारा लगाते ही मीडिया कर्मी उनकी ओर बढ़े और सवाल करने लगे कि आप तो एक समय भगवान राम को काल्पनिक बता रहे थे आज जय जयकारा लगा रहे हैं। मीडिया कर्मियों के इस सवाल को सुनते ही मांझी भड़क उठे।
बता दें कि बीते 25 जनवरी को हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के संरक्षक जीतनराम मांझी ने रामायण और प्रभू राम पर अपने विचार व्यक्त किये थे। कहा था कि कई जगह राम को काल्पनिक माना गया है। कर्म की प्रधानता पर भी अपनी बात रखते हुए कहा कि वो बुद्ध और बौद्ध संप्रदाय को मानते हैं। आगे उन्होंने कहा था कि जो कर्म हम करेंगे उसी के आधार पर फल मिलेगा। ऐसे में भगवान कहां आते हैं? पूजा पाठ कहां आता है? कर्म ही पूजा है। कर्म की ही जीत होती है। इन्ही सब बातों पर उनका विश्वास है। हम नैतिक मूल्यों को मानने वाले लोग हैं।