ब्रेकिंग न्यूज़

अजय सिंह की योजना से पकड़ी पंचायत से 150 श्रद्धालु अयोध्या दर्शन को रवाना EOU की बड़ी कार्रवाई: आधार फर्जीवाड़े मामले में मधेपुरा से 3 साइबर अपराधी गिरफ्तार क्या बिहार का मखाना भी होगा जीएसटी फ्री? डॉ. राम प्रकाश ने उठाया सवाल MUNGER: अपने पैतृक गांव तारापुर पहुंचे डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, 17620.90 लाख की योजनाओं का किया शिलान्यास Bihar Crime News: हत्या या आत्महत्या? बिहार में ससुराल आए युवक की संदिग्ध हालत में मौत, परिजनों ने जताई यह आशंका Bihar Crime News: हत्या या आत्महत्या? बिहार में ससुराल आए युवक की संदिग्ध हालत में मौत, परिजनों ने जताई यह आशंका Bihar News: बिहार के विकास दर में ऐतिहासिक छलांग, सम्राट चौधरी बोले- 10 लाख करोड़ का आंकड़ा पार करने जा रही GDP Bihar News: बिहार के विकास दर में ऐतिहासिक छलांग, सम्राट चौधरी बोले- 10 लाख करोड़ का आंकड़ा पार करने जा रही GDP Nepal Protest: बिहार बॉर्डर तक पहुंची नेपाल हिंसा की आग, चेकपोस्ट पर आगजनी; अलर्ट पर पुलिस और SSB Nepal Protest: बिहार बॉर्डर तक पहुंची नेपाल हिंसा की आग, चेकपोस्ट पर आगजनी; अलर्ट पर पुलिस और SSB

टूट गई बिहार की सियासत में सबसे मजबूत भाइयों की तिकड़ी, बहुत बड़ा है रामविलास पासवान का गम

टूट गई बिहार की सियासत में सबसे मजबूत भाइयों की तिकड़ी, बहुत बड़ा है रामविलास पासवान का गम

23-Jul-2019 02:17 PM

By 4

PATNA: भाइयों के झगड़े का किस्सा तो हर तरफ देखने को मिल जाएगा. चाहे वह कोई आम परिवार हो या फिर बिहार का कोई सियासी कुनबा। लेकिन लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान और उनके दोनों भाइयों की तिकड़ी ऐसी रही है जिसकी कोई मिसाल देखने को नहीं मिलती। बिहार की सियासत में चट्टानी एकता वाली सबसे मजबूत भाइयों की तिकड़ी आज टूट गई। रामविलास पासवान ने अपने सबसे छोटे भाई रामचंद्र पासवान को हमेशा के लिए खो दिया। खुद रामविलास पासवान के लिए यह गम कितना बड़ा है इसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल है। https://www.youtube.com/watch?v=c3Ikg_BBZXw&t=1s सियासत में भाइयों के बीच आपसी प्रेम की ऐसी मिसाल कहीं और देखने को नहीं मिलेगी। साल 1969 में पहली बार विधायक बने रामविलास पासवान ने ना केवल अपनी राजनीति को आगे बढ़ाया बल्कि अपने दोनों छोटे भाइयों को भी सियासी जमीन मुहैया कराई। रामविलास जिस वक्त पहली बार विधानसभा पहुंचे थे उस समय उनके छोटे भाई रामचंद्र पासवान की उम्र केवल 7 साल थी। बात जब रामचंद्र पासवान के पॉलीटिकल लॉन्चिंग की हुई तो बड़े भाई रामविलास ने दलित सेना का गठन कर दिया। तब रामविलास पासवान जनता दल में हुआ करते थे। रामचंद्र पासवान दलित सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए। दलित सेना बनाए जाने के पीछे सीधा मकसद यह था कि किसी भी राजनीतिक दल में रामचंद्र पासवान की लॉन्चिंग होने के पूर्व उनके साथ एक बड़ा संगठन खड़ा रहे। रामविलास पासवान और उनके परिवार की राजनीति को करीब से देखने वाले जानते हैं कि तीनों भाइयों के बीच प्रेम कितना गहरा रहा है। जब कभी भी रामविलास पासवान दिल्ली से पटना पहुंचे तो लोजपा कार्यालय पहुंचने के साथ अपने दोनों भाइयों से बंद कमरे में मुलाकात किया करते थे। पार्टी की हर बैठक और प्रेस वार्ता में सभी भाई साथ-साथ दिखे। लोजपा कार्यालय में इफ्तार की दावत हो या होली मिलन का आयोजन तीनों भाइयों की तिकड़ी कभी भी अलग नहीं दिखी। उम्र के इस पड़ाव में रामविलास पासवान के लिए अपने छोटे भाई रामचंद्र को खो देना सबसे बड़ा झटका है क्योंकि लोजपा अध्यक्ष को यह बात पता है कि अब उनकी तिकड़ी कभी भी साथ-साथ सियासत करते नहीं दिखेगी।