जेब में फटा iPhone-13, गंभीर रूप से झुलसा युवक, Apple की सुरक्षा पर उठे सवाल मोतिहारी में युवक की चाकू मारकर हत्या, परिजनों में मचा कोहराम, SIT का गठन RCBvsRR: “जागो, विपक्षी टीम के गेंदबाजों को कूटो और सो जाओ”, इस सीजन कोहली के पांचवे अर्धशतक के बाद सामने आई फैंस की प्रतिक्रियाएं पहलगाम हमले का मामला पहुंचा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार उच्चायोग के पास, पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग BSF Jawan Captured: गलती से जीरो लाइन को पार कर गया BSF जवान, पाक रेंजर्स ने हिरासत में लिया चली समीयाना में आज तोहरे चलते गोली..बर्थडे पार्टी में कट्टा लहराकर युवक-युवतियों ने किया डांस, वीडियो हो गया वायरल भारत की कार्रवाई के खिलाफ पाकिस्तान ने उठाए कदम, एयरस्पेस और वाघा बॉर्डर को किया बंद Pahalgam Terror Attack: ढाबे वाले की गलती ने बचा ली 11 लोगों की जान, पहलगाम हमले में बाल-बाल बचे पर्यटकों की आपबीती Bihar Politics: VIP ने सुपौल के छातापुर में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा हुए शामिल महागठबंधन की बैठक में CM फेस पर फिर चर्चा नहीं: तेजस्वी को जवाब नहीं सूझा, कहा-पिछली ही बैठक में सब तय हुआ था, होशियार लोग समझ रहे हैं
21-Oct-2021 12:59 PM
By
GODDA : गोड्डा शहर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने अपने पति और बेटे को घर में 7 दिनों से कैद कर रखा था। महिला मानसिक तौर पर बीमार है और उसने अपने बेटे के साथ-साथ पति को पिछले 7 दिनों से घर में कैद कर रखा था। जब घर का दरवाजा एक हफ्ते तक नहीं खुला तो पड़ोसियों को कुछ अनहोनी की आशंका हुई। पड़ोसियों ने सबसे पहले दरवाजा खुलवाने की कोशिश की लेकिन जब सफलता नहीं मिली तो पुलिस को इसके बारे में सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तब पड़ोसियों ने साहस कर घर के अंदर एंट्री ली तो सारी कहानी देखकर दंग रह गए।
दरअसल गोड्डा के राजेंद्र नगर मोहल्ले में सुबोध प्रसाद का परिवार रहता है। सुबोध की पत्नी एक साइको पेशेंट है। यही वजह है कि उसने अपने पति और बेटे को घर में कैद कर रखा था। पति सुबोध प्रसाद और उसके बेटे को पत्नी ने एक कमरे में बंद कर रखा था और खुद दूसरे कमरे में कैद थी। पड़ोसियों की पहल पर कैद मुक्त कराए गए सुबोध प्रसाद का कहना है कि उनकी पत्नी गेट नहीं खोल ने देती। जब भी आवाज देने का प्रयास करते तो पत्नी मुंह पर हाथ दबा कर चुप करा देती थी। पत्नी बार-बार यह कहती थी कि बाहर मत जाओ, बाहर सब लोग मर चुके हैं।
मानसिक तौर पर बीमार पत्नी यह भी कह रही थी कि बाहर हर जगह जहर डाला हुआ है। जो भी खाना घर पर लाया जा रहा है उसमें जहर मिला हुआ है। महिला के पति ने कहा कि वह अपनी पत्नी से इस कदर परेशान है कि उसने थोड़े दिन पहले भागलपुर में एक डॉक्टर से उसका इलाज भी करवाया था। नवरात्रि के दौरान पत्नी की बीमारी पड़ गई और वह अपने साथ सभी को भूखा रहने के लिए कहने लगी। सभी लोग घर से बाहर निकलना चाहते थे लेकिन पत्नी ने दरवाजा बंद कर दिया। आखिरकार पड़ोसियों की पहल और पुलिस की मौजूदगी से बाप-बेटे कैद मुक्त हुए हैं और साइको पत्नी के इलाज के लिए अब आगे की पहल की जा रही है।