ब्रेकिंग न्यूज़

Online Fraud: पिछले 37 दिनों में साइबर ठगी से बचे 61 लाख लोग, तरीका जान आप भी कहोगे "ये हुई न बात" Bihar News: राज्य के कॉलेजों में 115 प्रधानाचार्यों की होगी नियुक्ति, कुलपतियों को दिए गए आदेश INDvsENG: पहले ही दिन भारत ने इंग्लैंड में रचा इतिहास, अब तक नहीं हुआ था यह कारनामा Bihar News: इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे को लेकर सामने आई अहम जानकारी, जमीन अधिग्रहण जल्द शुरू Bihar Flood: प्रदेश में बढ़ रहा 9 नदियों का जलस्तर, इस जगह टूट गया तटबंध; सैकड़ों प्रभावित Bihar News: बैंक लूटकांड का कुख्यात अपराधी हथकड़ी समेत पुलिस हिरासत से फरार, एक महीने में भाग चुके 5 कैदी Bihar Rain: अगले 4 दिन राज्य में भीषण बारिश, IMD ने आंधी और तूफान को लेकर भी किया अलर्ट Bihar News: चाची को हुआ भतीजे से ऐसा प्यार, पति की मौजूदगी में मंदिर में रचा ली शादी; बोली- साथ जिएंगे साथ मरेंगे Bihar News: बिहार में बड़ा हादसा, तेज़ रफ्तार स्कॉर्पियो गंगा नदी में गिरी, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Bihar News: बिहार में बड़ा हादसा, तेज़ रफ्तार स्कॉर्पियो गंगा नदी में गिरी, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

पटना में शारदा सिन्हा की श्रद्धांजलि सभा, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रहे मौजूद

पटना में शारदा सिन्हा की श्रद्धांजलि सभा, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रहे मौजूद

16-Nov-2024 10:14 PM

By First Bihar

PATNA: पटना के रवींद्र भवन में शनिवार को पद्मश्री और पद्म भूषण से सम्मानित बिहार की लोक गायिका शारदा सिन्हा की श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हुआ। जिसमें पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शामिल हुए। इस मौके पर वे भावुक हो गये। बिहार के दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी मौके पर मौजूद थे। 


पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंच को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार की कोकिला शारदा सिन्हा ने अपने गीतों के माध्यम से बिहार का नाम रोशन किया है। शारदा सिन्हा छोटी बहन की तरह थी। अपनी सुरों की बदौलत उन्होंने बिहार को ऊंचाइयों पर पहुंचाया। शारदा सिन्हा के गीतों के बिना लोक आस्था का महापर्व छठ अधूरा है। इस बार के छठ पर्व में उनकी कमी हर किसी को महसूस हुई।


बता दें कि 5 नवम्बर को महापर्व छठ के नहाय खाय के दिन लोक गायिका 72 वर्षीया शारदा सिन्हा का निधन दिल्ली एम्स में इलाज के दौरान हुआ था। जिसके बाद अगले दिन 6 नवंबर को उनका पार्थिव शरीर पटना लाया गया। राजेंद्र नगर स्थित आवास पर पहुंचकर कई राजनेता व अन्य गणमान्य लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। अगले दिन 7 नवम्बर को सुबह साढ़े 10 बजे गुलबी घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके पुत्र अंशुमान ने मुखाग्नि दी।