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15-Dec-2024 09:40 PM
By Ganesh Samrat
PATNA: बीते 13 दिसंबर को पटना के एक परीक्षा केंद्र पर बीपीएससी (bpsc 70th exam) की परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों ने भारी हंगामा मचाया था। बीपीएससी ने इस घटना की जांच का जिम्मा पटना के जिला प्रशासन को सौंपा था। आयोग ने पटना के डीएम(patna dm) से रिपोर्ट तलब किया था। डीएम ने अपनी रिपोर्ट आयोग को सौंप दिया है और इसपर फैसला लेने के लिए बीपीएससी ने बैठक बुलाई(bpsc high level meeting) है।
दरअसल, पटना के कुम्हरार स्थित बापू परीक्षा केंद्र में 13 दिसंबर को BPSC की प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की गयी थी। इस दौरान परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थियों ने प्रश्न पत्र वायरल(bpsc paper leak) और लीक होने की बात कहकर जमकर हंगामा मचाया था। जिसके कारण विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हुई थी। भारी बवाल के बाद बीपीएससी ने पटना डीएम से रिपोर्ट तलब किया था। आयोग के आदेश पर पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने अपनी रिपोर्ट सौंप दिया है।
बिहार लोक सेवा आयोग की तरफ से जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि, “बिहार लोक सेवा आयोग, पटना द्वारा दिनांक 13.12.2024 को बापू परीक्षा परिसर, पटना में एकीकृत 70वीं संयुक्त (प्रा.) प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन किया गया था, जहाँ कतिपय अभ्यर्थियों द्वारा परीक्षा अवधि में हंगामा किया गया एवम् परीक्षा को बाधित करने की कोशिश की गयी”।
आयोग ने आगे कहा है कि, “उक्त घटनाक्रम के संबंध में आयोग द्वारा जिलाधिकारी, पटना से रिपोर्ट की मांग की गयी थी। उक्त के संदर्भ में जिलाधिकारी, पटना द्वारा दिनांक 15.12.2024 को आयोग को रिपोर्ट समर्पित किया गया है, जिस पर निर्णय लेने हेतु दिनांक 16.12.2024 (सोमवार) को आयोग कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जायेगी”।
बता दें कि इससे संबंधित जांच रिपोर्ट परीक्षा केंद्र पर तैनात वरीय दंडाधिकारी ब्रज किशोर लाल, वरीय उप समाहर्ता पटना एवं केंद्राधीक्षक ने जिला प्रशासन को उपलब्ध कराया है। जिसे पटना जिला पदाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने आवश्यक कार्रवाई के लिए बिहार लोक सेवा आयोग को भेजा है। इसके साथ ही परीक्षा केंद्र का सीसीटीवी भी भेजा गया है।
सीसीटीवी में यह दिख रहा कि कैसे परीक्षा के दौरान कुछ छात्र क्लास रूम अचानक प्रवेश करते हैं परीक्षा दे रहे अभ्यर्थियों का प्रश्नपत्र फेंकने लगते हैं। इन्हें देखकर ऐसा लगता है कि सुनियोजित तरीक़े से व्यवस्था भंग कर बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा रद्द कराने की साजिश रची गई थी। जिसे समय रहते कार्रवाई करके विफल कर दिया गया। मामले की प्राथमिकी दर्ज होने के बाद साजिशकर्ता की पहचान और गिरफ्तारी के लिए दो टीम का गठन किया गया है।
फर्स्ट बिहार के लिए पटना से गणेश सम्राट के साथ सदन सिंह की रिपोर्ट..