Bihar expressway: यहाँ जाने वालों के लिए बन रहा है फोरलेन एलिवेटेड रोड, अब सफर होगा आसान ! Road Accident: सड़क हादसे में बारात से लौट रहे 3 लोगों की मौत, कई घायल Bihar Crime News: अवैध नर्सिंग होम में जच्चा-बच्चा की मौत, डॉक्टर फरार Arif Mohammad Khan : सोये प्रशासन और कुलपति को जगाएंगे राज्यपाल साहब ...बोले यूनिवर्सिटी ज्ञान का मंदिर है, बमबाजी और गुंडागर्दी नहीं चलेगी! Bihar politics: बिहार में सियासी घमासान तेज़! मई के अंत में एक साथ आएंगे पीएम मोदी और राहुल गांधी Illegal Bangladeshi Immigrants: 18 लाख राशन कार्ड रद्द, सैकड़ों अवैध बांग्लादेशियों को भेजा गया वापस Asaduddin Owaisi: पाकिस्तान का समर्थन कर फुदक रहे तुर्की पर भड़के ओवैसी, याद दिलाई औकात.. Nepal Bangladesh Border: नेपाल-बांग्लादेश सीमा से सटे थाने बनेंगे हाईटेक, तस्करी और घुसपैठ पर लगेगी पूरी तरह रोक Jharkhand News: एनआईटी के होनहार छात्र ने मौत को लगाया गले, जानिए आखिर क्या था कारण? RBI 20 rupees note :नोट बदलने की फिर तैयारी? जानिए 20 रुपये के नोट को लेकर क्या बोला RBI!
10-Jul-2022 08:30 AM
By
PATNA : पटना एम्स में कई ऐसे विभाग हैं, जिनमें इलाज नहीं होता है. नेफ्रोलाजी एवं न्यूरोलाजी विभाग में डाक्टरों की नियुक्ति नहीं की गई है. लेकिन, अगस्त तक सभी विभाग में इलाज की सुविधा उपलध होगी. सभी विभाग में डाक्टरों की नियुक्ति कर ली जाएगी. यह जानकारी एम्स के नवपदस्थापित निदेशक डा. गोपाल कृष्ण पाल ने दी.
डा. गोपाल कृष्ण पाल ने बताया कि पटना एम्स में आधे से अधिक डाक्टरों के पद खाली हैं. कई ऐसे विभाग हैं, जिसमें मरीजों का इलाज नहीं हो रहा है. लेकिन अगस्त के पहले सप्ताह तक सभी विभाग में डॉक्टरों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. अंतिम सप्ताह तक सभी विभागों के ओपीडी भी आरंभ हो जाएगा. नियुक्तियों के बाद ओपीडी व आपरेशन में मरीजों को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा.
एम्स निदेशक ने बताया कि काफी दिनों से अस्पताल डॉक्टरों को प्रमोशन नहीं दी गई है. इसके लिए शीघ्र ही कमेटी का गठन किया जाएगा. सीनियर रेसीडेंट डाक्टरों की कमी दूर की जाएगी. इसके बाद पारा मेडिकल कर्मियों की भी नियुक्ति की जाएगी. आंतरिक पदोन्नति से पद भरने के बाद खाली पदों पर दोबारा अक्टूबर में पद ओं विज्ञापित किए जाएंगे.
योग कई बीमारियों में तत्काल कारगर है. यह कई बीमारियों में कम दवाओं के लिए प्रोत्साहित करता है. इससे मरीजों की रिकवरी भी तेज होती है. योग के बेहतर परिणामों को देख एम्स में भी एडवांस सेंटर फार योग बनाया जाएगा. जल्द ही रिसर्च को लेकर माहौल बनाया व जाएगा. इसके लिए कमेटियों को टास्क सौंपे जाएंगे. रिसर्च की बदौलत ही एम्स पटना विश्वस्तरीय बन सकेगा.