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16-Aug-2023 06:35 PM
By First Bihar
DESK: देश का सबसे शातिर चोर पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. ये चोर करोड़पति है. वह नेपाल में होटल का मालिक है, भारत में उसका बड़ा गेस्ट हाउस चलता है. जमीन और मकान के किराये से महीने में लाखों का किराया आता है. लेकिन करोड़ों की संपत्ति बनाने के बाद भी चोरी का मूल पेशा नहीं छोड़ा. 200 से ज्यादा चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाला ये चोर आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. उसके कारनामों को जानकर पुलिस भी हतप्रभ.
दिल्ली का सबसे बड़ा चोर
मनोज चौबै नाम के इस चोर को दिल्ली की मॉडल टाउन पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उसे करावल नगर से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने उससे पूछताछ से जो जानकारी हासिल की, वह हैरान कर देने वाली है. पुलिस बता रही है कि मनोज चौबे ने 200 चोरी कर न सिर्फ करोड़ों की संपत्ति बनायी बल्कि जमकर अय्याशी भी की. उसने दो शादियां कर रखी है. एक पत्नी को गांव में रखता है तो दूसरी पत्नी को दिल्ली में. उसकी खासियत भी थी कि वह चोरी की सारी घटनाओं को खुद अंजाम देता था.
26 साल से कर रहा था चोरी
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि 48 साल का मनोज चौबे 26 साल से चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहा है. वह उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर जिले का मूल निवासी है. ये जिला नेपाल से सटा हुआ है. बाद में मनोज चौबे का परिवार नेपाल में जाकर बस गया. मनोज रोजगार की तलाश में 1997 में दिल्ली आया था. यहां उसने कीर्ति नगर में कैंटीन में काम करने लगा. सबसे पहले उसने कैंटीन में ही चोरी की घटना को अंजाम दिया. लेकिन पुलिस की गिरफ्त में आ गया. पुलिस ने उसे जेल भेज दिया. जेल से छूटने के बाद मनोज ने चोरी को अपना पेशा बना लिया. वह चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था. जब बड़ी रकम हाथ लगती थी तो उसे अपने गांव पहुंचा आता था. कुछ दिनों बाद वापस दिल्ली आकर फिर से चोरी करने लगता था.
बड़ी कोठी-फ्लैट को बनाता था निशाना
पुलिस ने बताया कि मनोज चौबे शुरुआत में दिल्ली में किराए के मकान में रहकर चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था. अपना निशाना तलाशने के लिए वह इलाके में घूम कर रेकी करता था. वह बंद कोठियों और फ्लैट को तलाशता था और फिर वहां चोरी की घटना को अंजाम देता था. उसने चोरी की शुरूआत उसने पश्चिम दिल्ली इलाके से की थी. बाद में वह मॉडल टाउन, रोहिणी, अशोक विहार और पीतमपुरा जैसे इलाकों में भी चोरी करने लगा.
अधिकारी की बेटी से की शादी
दिल्ली में चोरी में मनोज को जब कभी मोटा माल हाथ लगता वह अपने गांव लौट जाता. चोरी के पैसे से उसने नेपाल में होटल बना लिया. उसने अपने परिवार औऱ गांव के लोगों को बताया कि वह दिल्ली में पार्किंग का ठेका लेता है. उसकी पहचान उस इलाके में रसूखदार आदमी की तौर पर होने लगी. इसी दौरान उसने यूपी के सिंचाई विभाग में कार्यरत एक अधिकारी की बेटी से पहली शादी की. मनोज ने सिद्धार्थ नगर के कस्बे शोहरतगढ़ में पत्नी के नाम से गेस्ट हाउस भी बनवाया. शोहरतगढ़ में उसने काफी जमीन भी खरीदी, जिसे अस्पताल को लीज पर दे दिया था. जमीन को लीज पर देने से उसे हर महीने दो लाख का किराया आता था. अपने परिवार के लिए उसने लखनऊ में एक बडा मकान भी ले रखा था.
दिल्ली में रखी थी दूसरी पत्नी
मनोज का एक परिवार लखनऊ और सिद्धार्थनगर में रहता था. वहीं, उसने दिल्ली में दूसरी शादी कर रखी थी. मनोज चौबे नेपाली मूल की युवती सपना से भी शादी कर रखी थी. वह सपना के साथ दिल्ली में रहता था. यूपी में रहने वाली पत्नी को उसने बता रखा था कि दिल्ली में कारोबार के कारण उसने ज्यादातर वहीं रहना पड़ता है. चूंकि पार्किंग के ठेके का कारोबार लफड़े वाला है इसलिए वहां पत्नी-बच्चों को नहीं रख सकता. लखनऊ में उसके बच्चे प्रतिष्ठित स्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं.
नौ बार गिरफ्तार हुआ
पुलिस ने बताया कि चोरी की घटनाओं में मनोज नौ बार गिरफ्तार हो चुका है. लेकिन वह अपना नाम राजू बताता था औऱ पता भी गलत बताता था. लिहाजा उसके परिवार के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाती थी. चूंकि पुलिस उसके परिवार तक नहीं पहुंच पाती थी इसलिए परिवार के लोगों को मनोज चौबे के कारनामों की खबर नहीं थी.
परिवार को भरोसा नहीं हुआ
इस बार पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के बाद उसके परिवार की तलाश शुरू की. जब उसके परिवार की पता चला तो उन्हें बताया गया कि मनोज चौबै किन घटनाओं को अंजाम दे रहा था. उसके परिजन मानने को तैयार नहीं थे वह इतना शातिर चोर है. लेकिन मनोज ने उनके सामने स्वीकार कर लिया कि वह शातिर चोर है. पुलिस कह रही है कि मनोज उर्फ राजू के खिलाफ 15 मामले पहले से ही दर्ज हैं, जिनमें वह 9 दफे गिरफ्तार हुआ. लेकिन उसने दो सौ से ज्यादा चोरी की घटनाओं में शामिल होने की बात स्वीकार कर ली है.
ऐसे पकड़ा गया शातिर चोर
मनोज चौबे उर्फ राजू की गिरफ्तारी की कहानी इस साल जुलाई से शुरू हुई. उसने दिल्ली के मॉडल टाउन इलाके में बंद पड़े एक घर को अपना निशाना बनाया था. मनोज उस घर की खिड़की का शीशा तोड़ कर अंदर घुस गया. लेकिन खिड़की से अंदर घुसने के दौरान शीशा से उसे गहरा जख्म हुआ. इसके कारण वह घर में ही बेहोश हो गया. हालांकि एक-दो घंटे बाद उसे होश आया और वह सामान समेट कर बाहर निकल आया. लेकिन इस वाकये के दौरान उसने चेहरे पर जो कपड़ा बांध रखा था वह खुल गया और उसका चेहरा सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया.
बाद में पुलिस को जब चोरी की खबर मिली तो उसने सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग चेक की. उसमें मनोज का चेहरा दिख गया. पुलिस ने उसके चेहरे के आधार पर तलाश शुरू की. कुछ दिनों बाद सड़क पर लगे एक सीसीटीवी कैमरे में मनोज का चेहरा दिखा. वह एक स्कूटी से घूम रहा था. पुलिस ने उस स्कूटी के नंबर के आधार पर मालिक की पहचान की. पता चला वह किसी विनोद थापा नाम के आदमी की स्कूटी है. पुलिस जब विनोद थापा के पास पहुंची तो उसने बताया कि इस स्कूटी से उसके जीजा घूमते हैं. मनोज ने दिल्ली में जिस नेपाली युवती सपना से शादी कर रखी थी, विनोद उसी सपना का भाई है. विनोद से पूछताछ के बाद पुलिस ने मनोज को दबोच लिया।
वैसे दिल्ली पुलिस को मनोज के घर से बहुत कुछ बरामद नहीं हुआ है. पुलिस के मुताबिक मनोज बेहद शातिर अपराधी है. चोरी के बाद वह सामान को तुरंत ठिकाने लगा देता था. इसके कारण उसके पास से माल की बरामदगी बेहद कम हो पाती है. मॉडल टाउन के जिस केस में वह पकड़ा गया उसमें भी सिर्फ एक लाख रुपये का सामान मिल पाया है.