ब्रेकिंग न्यूज़

Paper Leak Mastermind: बिहार पुलिस सिपाही पेपर लीक का मास्टरमाइंड राजकिशोर गिरफ्तार, दो साल से था फरार WhatsApp scam: सावधान! WhatsApp का यह फीचर बना साइबर फ्रॉड का जरिया, मिनटों में खाली हो सकता है अकाउंट Bihar News: बिहार में पशुओं को हो रही है यह खतरनाक बीमारी, जानिए... लक्षण और बचाव के उपाय Bihar Weather: बिहार में बिजली गिरने और तेज हवा की चेतावनी, 21 अगस्त से बारिश में बढ़ोतरी के संकेत बेगूसराय में ट्रेन से कटकर 16 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, सिर धड़ से हुआ अलग पूर्णिया में भीषण सड़क हादसा: दो बाइक की टक्कर में तीन युवकों की दर्दनाक मौत मुजफ्फरपुर के SDM को मिली जान से मारने की धमकी, जदयू का पूर्व नेता गिरफ्तार Bihar News: बिहार में टंकी की सफाई के दौरान तीन मजदूरों की दर्दनाक मौत, दम घुटने से गई जान Bihar News: बिहार में टंकी की सफाई के दौरान तीन मजदूरों की दर्दनाक मौत, दम घुटने से गई जान Bihar Crime News: बिहार में अपराधियों को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर फायरिंग, बाल-बाल बचे थानेदार

आंतकी संगठन को हथियार सप्लाई करने का आरोप, NIA की चार्जशीट में बिहार के 2 लोगों का नाम

आंतकी संगठन को हथियार सप्लाई करने का आरोप, NIA की चार्जशीट में बिहार के 2 लोगों का नाम

17-Jan-2022 06:24 PM

By

PATNA: जम्मू-कश्मीर में आतंकी संगठनों को अवैध हथियार पहुंचाने के नेटवर्क से संबंधित मामले में NIA के विशेष कोर्ट में चार्जशीट दायर की गयी है। फरवरी 2021 में इससे संबंधित मामला जम्मू के गंगयाल थाने में दर्ज किया गया था। जिसके बाद मामले की जांच एनआइए ने शुरू की। आज सोमवार को दायर चार्जशीट में 5 लोगों को मुख्य अभियुक्त बनाया गया। जिसमें बिहार के दो लोग शामिल हैं। 


जबकि तीन लोग जम्मू के रहने वाले हैं जो जैश और एलएम आतंकी संगठनों से जुड़ा है। बिहार के दोनों आरोपी मो.अरमान अली और मो. एहसानुल्लाह सारण के मढ़ौरा थाना क्षेत्र के देवबहुआरा गांव का निवासी है। जिसे एनआइए ने गिरफ्तार किया था। एनआइए ने जांच में पाया कि कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षा बलों पर हुए आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए गठित नये आतंकी संगठन लश्कर-ए-मुस्तफा को अवैध हथियार सप्लाई करने वाले नेटवर्क से ये दोनों जुड़े थे और मुंगेर से देसी हथियारों की खेप जम्मू में पहुंचाते थे। 


गौरतलब है कि 14 फरवरी 2019 में पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले में करीब 60 जवान शहीद हुए थे। जिसके बाद मामले की जांच एनआईए ने शुरू की। एनआईए ने एलएम आतंकी संगठनों के ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी। तभी पता चला कि बिहार, यूपी और जम्मू के कई युवकों को बहला-फुसला कर संगठन में शामिल कराया गया था। बिहार के दो युवकों को हथियारों की तस्करी में लगाया गया। फिलहाल एनआईए इस पूरे मामले की जांच कर रही है।