लुधियाना में सीतामढ़ी की बेटी की दर्दनाक मौत, शादी के दबाव में आकर केमिकल टैंक में कूदकर दी जान सीतामढ़ी में एटीएम बदलकर ठगी करने वाला गिरोह बेनकाब, तीन साइबर फ्रॉड गिरफ्तार चुनाव से पूर्व मोतिहारी में बड़ी कार्रवाई: मुखिया पति कमरुद्दीन मियां के घर से हथियार और लग्जरी गाड़ियां बरामद Bihar Police News: बिहार के इस जिले में पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल, तीन नए थानाध्यक्षों की हुई तैनाती; दो लाइन हाजिर Bihar News: बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज पहुंचीं गयाजी, विष्णुपद मंदिर में मां सुषमा स्वराज का किया पिंडदान Bihar News: बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज पहुंचीं गयाजी, विष्णुपद मंदिर में मां सुषमा स्वराज का किया पिंडदान Bihar Police Modernization: आधुनिक हथियारों से लैस होगी बिहार पुलिस, केंद्र सरकार ने जारी किए इतने करोड़; अपराधियों की अब खैर नहीं Bihar Police Modernization: आधुनिक हथियारों से लैस होगी बिहार पुलिस, केंद्र सरकार ने जारी किए इतने करोड़; अपराधियों की अब खैर नहीं बिहार में बकरी के लिए चली गोली, युवक की मौत, सौतेले भाई ने दिया घटना को अंजाम हम नहीं सुधरेंगे, राहुल-तेजस्वी ने खाई कसम, एक बार फिर प्रधानमंत्री और उनके माता जी का किया अपमान: नित्यानंद
18-Apr-2021 10:53 AM
By
NALANDA: नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले फर्जी IPS को नालंदा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार फर्जी आईपीएस के पास से नकली वर्दी, नकली पिस्तौल, फर्जी नियुक्ति पत्र समेत कई आपत्तिजनक सामान बरामद किया गया है। गिरफ्तार शख्स पर आरोप है कि उसने नौकरी दिलाने का झांसा देकर कई युवाओं से करोड़ों की ठगी की है।
सदर डीएसपी डॉ. शिब्ली नोमानी ने बताया कि इस बात की शिकायत के बाद पुलिस ने दीपनगर थाना क्षेत्र के कोरई गांव निवासी राजकुमार चौधरी के पुत्र सुजीत कुमार को गिरफ्तार किया। कागजी मोहल्ला स्थित किराये के कमरे से रुपये लेते रंगेहाथों उसे पकड़ा गया। वह युवाओं को नौकरी लगाने का झांसा दिया करता था बाद में फर्जी नियुक्ति पत्र थमाकर वह गायब हो जाता था। उसके पकड़े जाने के बाद एक दर्जन युवक-युवतियां उसकी शिकायत करने के लिए थाने पहुंचे थे। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ठग को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार फर्जी आईपीएस सुजीत युवाओं को रेलवे, सचिवालय समेत अन्य विभागों में नौकरी का झांसा दिया करता था। वह युवाओं से 3 से 7 लाख रुपये लेता था। बाद में फर्जी नियुक्ति पत्र देकर अपना ठिकाना बदल लेता था। पीड़िता ने ठगी के मामले की शिकायत बिहार थाना में की थी। उसके बाद जाल बिछाकर उसे दबोचा गया।
सदर डीएसपी डॉ. शिब्ली नोमानी ने बताया कि खुद को IPS बताने के लिए उसने पूरा मायाजाल फैला रखा था। सोशल मीडिया पर बड़े पुलिस अधिकारियों के साथ फोटोशॉप की गयी तस्वीरें डालता था। एक दफ्तर की भी तस्वीर सामने आयी है जिसमें उसके आईपीएस होने का बोर्ड लगा था। सोशल मीडिया की प्रोफाइल में वर्दी में खिंचायी गयी तस्वीर लगा रखी थी। जब कोई युवा झांसे में आ जाता तो उसे लग्जरी कार या पुलिस अधिकारियों के साथ ली गयी सेल्फी सोशल मीडिया पर डालकर प्रभावित कर लेता था।