ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: बिहार में ट्रेन की चपेट में आने से महिला की मौत, रेलवे ट्रैक पार करने के दौरान हुआ हादसा Bihar Politics: ‘चोर आज चोरी के खिलाफ बोल रहा’ गिरिराज सिंह का तेजस्वी पर तीखा हमला BIHAR NEWS : “सनातन जोड़ो यात्रा” के तीसरे चरण का भव्य आयोजन, राजकुमार चौबे बोले - अयोध्या और काशी से भी अधिक विकसित होगा बक्सर Bihar Rail Project Approval: पूर्व मध्य रेलवे की 12 परियोजनाओं के फाइनल लोकेशन सर्वे को मिली मंजूरी, खर्च होंगे इतने करोड़ Bihar Rail Project Approval: पूर्व मध्य रेलवे की 12 परियोजनाओं के फाइनल लोकेशन सर्वे को मिली मंजूरी, खर्च होंगे इतने करोड़ Bihar Politics : नहीं गिरफ्तार हुए जीवेश मिश्रा तो दरभंगा में होगा चक्का जाम, बोले तेजस्वी यादव –मोदी के मंत्री खुद दे रहे मां -बहनों को गाली Naxal Encounter: एक करोड़ के इमानी प्रवेश दा समेत तीन नक्सली ढेर, मौके से तीन AK-47 बरामद; झारखंड पुलिस का ऑपरेशन शिक्षा विभाग में कलंक कथा : भ्रष्टाचार की जांच पर 'मौन' के क्या हैं मायने ? मोतिहारी के इस प्रखंड के 29 विद्याालयों में लगभग 5-5 लाख का फर्जी बिल..1.5 करोड़ की निकासी ! एक-एक स्कूलों की लिस्ट देखें.. Bihar News: दो सगी बहनों की ट्रेन से कटकर मौत, बिहार में कैसे हुआ दर्दनाक हादसा? Bihar News: दो सगी बहनों की ट्रेन से कटकर मौत, बिहार में कैसे हुआ दर्दनाक हादसा?

नक्सली करेंगे ITI की पढ़ाई, हर महीने इतना पैसा दगी सरकार, आत्मसमर्पण करने पर मिलेंगे 5 लाख रुपये

नक्सली करेंगे ITI की पढ़ाई, हर महीने इतना पैसा दगी सरकार, आत्मसमर्पण करने पर मिलेंगे 5 लाख रुपये

22-Apr-2023 12:59 PM

By First Bihar

PATNA : बिहार के नक्सली अब आईटीआई की पढ़ाई कर सकेंगे। इसको लेकर केंद्र सरकार की अधिसूचना के आलोक में आत्मसमर्पण सह पुनर्वासन योजना के अंतर्गत उन्हें आइटीआइ में प्रवेश के लिए जरूरी वांछित योग्यता से छूट प्रदान की गई है। इसके अलावा प्री-आइटीआइ कोर्स की भी व्यवस्था है, जहां आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली पढ़ाई कर सकेंगे। 


इसके लिए राज्य में नौ आइटीआइ और 11 कौशल विकास केंद्र चिह्नित किए गए हैं। पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि आत्मसमर्पण सह पुनर्वासन योजना के तहत उच्चश्रेणी के वामपंथी उग्रवादियों के आत्मसमर्पण करने पर पांच लाख रुपये जबकि अन्य श्रेणी के नक्सलियों को ढाई लाख रुपये देने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा हथियारों के सरेंडर करने पर अलग-अलग इंसेन्टिव दिए जाने का भी प्रविधान है।


वहीं, सुरक्षाबलों के आपरेशन और पुनर्वासन योजना के कारण वामपंथ उग्रवाद में लगातार कमी दर्ज की गई है। पुलिस मुख्यालय की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2004 से 2012 तक राज्य में 22 जिले नक्सल प्रभावित थे। वर्ष 2012 से 2018 के बीच इसका दायरा 22 जिलों तक बढ़ गया जो 2021 में घटकर 16 और अब महज 10 जिले तक रह गया है।


बताया जा रहा है कि, केंद्र सरकार के तरफ से जारी इस योजना की शुरुआत एक अप्रैल,2013 से की गई है। इस योजना के तहत अभी तक 98 वामपंथी उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। इनमें 42 नक्सलियों को योजना का लाभ स्वीकृत किया गया है। वहीं, आत्मसमर्पण करने वाले 30 वामपंथी उग्रवादियों को योजना का लाभ देने की कार्रवाई डीएम की अध्यक्षता वाला स्क्रीनिंग समिति के स्तर पर प्रक्रियाधीन है। इस दौरान सात नक्सली ऐसे रहे जिनकी आत्मसमर्पण के बाद गतिविधियां संदिग्ध पाए जाने पर लाभ अस्वीकृत कर दिया गया।  वहीं, 2006 से 2021 तक कुल 279 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।


आपको बताते चलें कि,नक्सली वारदात भी 2018 में 40 थी, जो 2022 में घटकर 13 रह गई। इस साल मार्च तक 32 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि दो नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इस दौरान पुलिस ने 12 हथियार और नौ हजार से अधिक गोलियां बरामद की हैं।