ब्रेकिंग न्यूज़

नीतीश सरकार ने अपराधियों पर कसी नकेल, मोतिहारी के कुख्यात राहुल सिंह की 2 करोड़ से अधिक की संपत्ति होगी जब्त कटिहार का चोर गिरोह जमुई में सक्रिय, चकाई पुलिस ने फिल्मी अंदाज़ में एक घंटे में किया 5 लाख की चोरी का खुलासा समस्तीपुर में पुलिस पर हमला, मारपीट की सूचना पर पूर्व मंत्री के घर पहुंची थी टीम, गाड़ी को किया क्षतिग्रस्त 100 करोड़ के फर्जी GST रिफंड घोटाले में CBI की रेड, पटना के तत्कालीन एडिशनल कमिश्नर सहित 30 पर केस दर्ज BIHAR: वज्रपात की चपेट में आने से बेगूसराय में 2 की मौत, परिजनों के बीच मचा कोहराम Bihar Dsp Transfer: बिहार के 19 अनुमंडल में नए SDPO की पोस्टिंग, पूरी सूची देखें.... Bihar Transfer Posting: बिहार प्रशासनिक सेवा के 105 अधिकारियों का तबादला, वेटिंग वाले 59 अफसरों को मिली नई जगह, पूरी लिस्ट देखें.... Patna News: पटना पश्चिम के दानापुर-नौबतपुर-खगौल-बिक्रम के इन 18 माफियाओं की संपत्ति जब्त करने की तैयारी...न्यायालय में भेजा गया प्रस्ताव, पूरी लिस्ट देखें.. गया में श्रीविद्या त्रिकोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ का आयोजन, 5 हजार सुहासिनी महिलाओं ने किया एक करोड़ बार श्रीललिता सहस्त्रनाम का अर्चन VIP नेता संजीव मिश्रा ने झखारगढ़ में चलाया जनसंवाद अभियान, भ्रष्टाचार के खिलाफ फूंका बिगुल, कहा..दो दशकों से रुके विकास को मिलेगी नई रफ्तार

Motihari News: सिकरहना नदी में तेजी से कटाव, नदी में समायी मुख्य सड़क, अधिकारियों पर मनमानी का आरोप

Motihari News: सिकरहना नदी में तेजी से कटाव, नदी में समायी मुख्य सड़क, अधिकारियों पर मनमानी का आरोप

11-Oct-2024 05:31 PM

By First Bihar

MOTIHARI: पूर्वी चंपारण जिला से होकर बहने वाली सिकरहना नदी में पानी कम होने के साथ तेजी से कटाव शुरू हो गया है। सुगौली और बंजरिया प्रखंड इस  कटाव से ज्यादा प्रभावित हो रहा है। बंजरिया प्रखंड से जो तस्वीर सामने आई है। उसे देखकर यही लगता है कि सिकरहना नदी कई सड़कों को अपनी आगोश में ले लेगी। बंजरिया से रामगढ़वा जाने वाली सड़कों पर सिकरहना नदी ने कई जगहों पर कटाव शुरु कर दिया है। कई फीट सड़क नदी में समा गयी है। जिस कारण दर्जनों गांव का सम्पर्क प्रखंड और जिला मुख्यालय से कट गया है। 


सिकरहना के कटाव को लेकर स्थानीय विधायक और पूर्व मंत्री ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अभियंताओं की मनमानी से नदी कई जगह पर तेजी से कटाव कर रही है। जिसकी जानकारी विभाग के अधिकारियों को दी गई थी लेकिन अधिकारियों ने कटाव रोधी कार्य नहीं किया। बाढ़ का पानी उतरने के बाद सिकरहना नदी का तांडव शुरु हो गया है। बंजरिया के चैलाहा से रामगढ़वा प्रखंड के बेला चौक तक जाने वाली सड़क को जोड़ने वाली रोड पर सिकरहना नदी ने कई जगह कटाव शुरु कर दिया है। इसके अलावा लगभग दस अन्य जगहों पर सिकरहना विभिन्न जगहों पर लगातार कटाव जारी है। 


बंजरिया प्रखंड में कपरसंडी गांव के उत्तर, मोखलिसपुर गांव के मध्य विद्यालय के समीप गोबरी मंदिर के पास, सिसवनिया पुल के बायें और दाहिने तरफ, महम्मदपुर के उत्तर दिशा, जनेरवा महादलित बस्ती, जनेरवा कब्रिस्तान के पश्चिम, जटवा मदरसा नया टोला के समीप, खैरी गांव के दक्षिण, सुंदरपुर पकड़िया टोला के उत्तर और सुंदरपुर मस्जिद के समीप सिकरहना नदी तेजी से कटाव कर रही है। वहीं सिकरहना नदी ने बंजरिया के चैलाहा से सुगौली प्रखंड के करमवा बाजार होते हुए रामगढ़वा प्रखंड के बेला तक जाने वाली सड़क पर बुढ़वा गांव के पास पुल बन रही है। जिसके डायवर्सन पर पानी का बहाव काफी तेज है। 


जिस कारण बंजरिया,सुगौली और रामगढ़वा के लोग वैकल्पिक मार्ग के रुप में जटवा से जनेरवा सड़क का उपयोग करते थे। जो तीनों प्रखंड को जोड़ती थी लेकिन सिकरना नदी ने उस सड़क पर जटवा और जनेरवा के पास कई जगह कटाव शुरु कर दिया। कहीं-कहीं आधा सड़क नदी में समा गई है तो एक जगह पूरी पक्की सड़क नदी के गर्भ में समा गई। जिस कारण लगभग एक दर्जन से ज्यादा गांवों का सम्पर्क कट गया है। बुढ़वा डायवर्सन से आवागमन बाधित होने के कारण बंजरिया प्रखंड के फुलवार उतरी,फुलवार दक्षिणी, रोहिनिया और जनेरवा के अलावा कई पंचायत के लोग इसी मार्ग से प्रखंड व जिला मुख्यालय आते जाते रहे हैं। 


जिस सड़क के नदी द्वारा काट लिए जाने कारण कई प्रखंड के लोग भी प्रभावित होंगे। इस संबंध में पूछे जाने पर स्थानीय विधायक व पूर्व मंत्री शमीम अहमद ने कहा कि जल संसाधन विभाग के अलावा मुख्यमंत्री को भी सिकरहना नदी के कटाव से संबंधित जानकारी लिखित रुप में देकर कटावरोधी कार्य चलाने का आग्रह किया था लेकिन अधिकारियों की मनमानी है। नदी जिस तेजी से कटाव कर रही है। उससे नए इलाकों में फिर से पानी फैलेगा जबकि बंजरिया प्रखंड के कई गांव अभी भी पानी में डूबे हुए हैं।पूरा बंजरिया प्रखंड हर साल बाढ़ का दंश झेलता है और अधिकारियों के अलावा सरकार से आग्रह करके थक गया।लेकिन बाढ़ निरोधक कार्य केवल कागजों पर अधिकारी करते हैं और लोगों को अपने हाल पर छोड़ देते हैं।