Patna News: गांधी मैदान में रावण वध के लिए सुरक्षा टाइट, 128 सीसीटीवी और 13 वाच टावर से होगी निगरानी Bihar News: तेजस्वी यादव समेत चार नेताओं पर FIR, "माई-बहिन मान योजना" के नाम पर महिलाओं से ठगी का आरोप Bihar Weather: बिहार के इन जिलों में आज भीषण वर्षा, IMD का अलर्ट जारी Train News: दानापुर-जोगबनी वंदे भारत एक्सप्रेस का किराया तय, बुकिंग शुरू; यहां देखें पूरी जानकारी कटिहार सदर अस्पताल में सांप के काटने से महिला की मौत, परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप कायमनगर में महिला चौपाल: सोनाली सिंह ने सुनीं महिलाओं की समस्याएं, दी माई-बहिन मान योजना की जानकारी सनातन जोड़ो यात्रा के तीसरे चरण में उमड़ा जनसैलाब, राजकुमार चौबे बोले..बक्सर बन सकता है अयोध्या-काशी से भी आगे पैतृक गांव महकार में केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने सादगी से मनाया अपना बर्थडे, हम कार्यकर्ताओं ने दी जन्मदिन की बधाई IRCTC New Rule: 1 अक्टूबर से ऑनलाइन टिकट बुकिंग में बड़ा बदलाव, आधार को लेकर सामने आई नई बात; जानिए.. नया नियम IRCTC New Rule: 1 अक्टूबर से ऑनलाइन टिकट बुकिंग में बड़ा बदलाव, आधार को लेकर सामने आई नई बात; जानिए.. नया नियम
09-Nov-2023 03:55 PM
By First Bihar
PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शीतकालीन सत्र के चौथे दिन आरक्षण संशोधन विधेयक पर जिस तरीके से पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की बेइज्जती कि मांझी ने उसपर नाराजगी जताई है। सदन के बाहर आए जीतन राम मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार अपनी मर्यादा की सीमा लांघ गए हैं।
दरअसल, विधानसभा में आज आरक्षण संशोधन विधेयक पर चर्चा हो रही थी। सदन में मुख्यमंत्री के बोलने के बाद पूर्व सीएम जीतन राम मांझी आरक्षण विधेयक पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि बेशक आरक्षण को बढ़ा दीजिए लेकर उसे धरातल पर उतरना चाहिए। इस दौरान मांझी ने जातीय गणना के आंकड़ों पर सवाल उठाए जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भड़क गए और अपनी जगह खड़े होकर जीतन राम मांझी को जो नहीं कहना चाहिए वह भी कह गए।
आपे से बाहर हुए सीएम नीतीश ने कहा कि, 'आपको बात नहीं समझ में आ रहा है.. आपको कोई आइडिया है.. ये तो मेरी गलती है कि इस आदमी को मैंने मुख्यमंत्री बना दिया था.. कोई सेंस नहीं है इसको..ऐसे ही बोलते रहता है.. कोई मतलब नहीं है.. हम कह रहे थे कि आपही लोगों के साथ रहिए और भागकर चला आया था सात पार्टी में.. यही जानकर हम भगा दिए उधर..सारे लोग समर्थन कर रहे हैं.. इसको कोई सेंस है.. भूलिए मत 13 में जब आप लोगों को छोड़ दिए थे.. और इ अकेले थे तो हम इसको बना दिए.. जितना हमारी पार्टी का लोग था सब हमको दो ही महीना में कहने लगा कि इ गड़बड़ है... इसको हटाइए.. अंत में हमको बाध्य किया तो फिर हम बन गए थे.. और कहता रहता है कि ये भी मुख्यमंत्री थे.. ये कहां मुख्यमंत्री था ये तो मेरी मुर्खता से मुख्यमंत्री बना'।
सीएम की बातों से मर्माहत जीतन राम मांझी ने सदन से बाहर निकलने के बाद सीएम की बातों पर नाराजगी जताई और कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मर्यादा को लांघ रहे हैं। हम उनसे चार साल बड़े हैं और राजनीतिक जीवन में भी वो 1985 में आए, हम 90 से ही राजनीति कर रहे हैं। हम हर मामले में उनसे सीनियर हैं और तुम तड़ाक बोलना ठीक नहीं है। जीतन राम मांझी ने कहा कि जिस व्यक्ति का दिमाग ही खत्म हो गया है, उसके बारे क्या कहा जा सकता है।