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14-Nov-2021 08:08 PM
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DESK: असली आजादी 2014 में मिली.. 'भारत को आजादी भीख में मिलने' का बयान देकर कंगना रनौत ने एक नया बवाल खड़ा कर दिया है। अक्सर विवादों में घिरीं रहने वाली बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत से पद्मश्री वापस लेने की मांग जोर पकड़ने लगी है। अब दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक चिट्ठी लिखी है।
स्वाति मालीवाल ने मांग की है कि अभिनेत्री कंगना रनौत को दिया गया पद्मश्री पुरस्कार वापस लिया जाना चाहिए। कंगना ने कथित तौर पर देश की स्वतंत्रता पर विवादास्पद टिप्पणी की थी। एक निजी चैनेल को दिए गये इन्टरव्यू में कंगना ने यह कहा था कि भारत को ‘असली आजादी’ वर्ष 2014 में मिली जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने थे...वर्ष 1947 में देश को जो आजादी मिली थी, वो ‘भीख में मिली आजादी’ थी।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखे पत्र में कहा है कि अभिनेत्री कंगना रनौत ने ‘देश के स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करते हुए बयान दिया है। स्वाति मालीवाल ने बॉलीवुड की कंट्रोवर्सी क्वीन कंगना रनौत के विरुद्ध राजद्रोह का मामला दर्ज करने की भी मांग की है।
पत्र में उन्होंने लिखा है कि इन बयानों से पता चलता है कि उनके अंदर भगत सिंह, महात्मा गांधी जैसे हमारे अनेक स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के प्रति कितनी घृणा भरी हुई है। जब कि पूरा देश जानता है कि इन महापुरुषों ने देश के लिए अपनी जान तक दे दी। महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान की वजह से ही आज हमें ब्रिटिश राज से आजादी मिली।
महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने पत्र में इस बात का भी जिक्र किया है कि कंगना के बयान से लाखों भारतीयों की भावनाओं को आघात पहुंचा है यह राजद्रोह की श्रेणी में आता है। इसलिए उनके खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज होनी चाहिए और पद्मश्री अवार्ड भी वापस लिया जाना चाहिए।