Bihar Crime News: बिहार में वार्ड पार्षद पति की गुंडई, मामूली बात पर युवक को घर बुलाकर बेरहमी से पीटा Patna News: पटना में तेज रफ्तार इनोवा कार ने कई लोगों को रौंदा, हादसे के बाद मौके पर मची चीख-पुकार Patna News: पटना में तेज रफ्तार इनोवा कार ने कई लोगों को रौंदा, हादसे के बाद मौके पर मची चीख-पुकार Bihar Crime News: अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के नेता के घर कई राउंड फायरिंग, गोलीबारी से दहला इलाका Pahalgam Terror Attack: भारत के एक्शन से पहले पाकिस्तानी सेना में हड़कंप, 250 से ज्यादा अधिकारी, 1200 से ज्यादा जवानों का इस्तीफा Two Ministers Resign: विधानसभा चुनाव से पहले एम के स्टालिन को बड़ा झटका, दो बड़े मंत्रियों ने कैबिनेट से दिया इस्तीफा Two Ministers Resign: विधानसभा चुनाव से पहले एम के स्टालिन को बड़ा झटका, दो बड़े मंत्रियों ने कैबिनेट से दिया इस्तीफा Bihar News: चिकित्सक की लापरवाही ने ली महिला की जान, घटना के बाद परिजनों का जमकर हंगामा Bihar Weather Alert: पटना समेत बिहार के इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट Bihar Weather Alert: पटना समेत बिहार के इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट
05-Jun-2020 11:59 AM
By
DESK: हर साल 5 जून को 'विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है. जगह जगह आयोजन किए जाते है. कार्यक्रम में नेता आते हैं भाषणबाजी करके चले जाते हैं. तमाम तरह के नियम-कानून के पालन करने की बात कही जाती है. पर नतीजा कुछ नहीं निकलता. इस साल भी इस दिन प्रकृति को लेकर बहुत-कुछ सोचा-विचारा जाता लेकिन इस बार का पर्यावरण दिवस बहुत मायने में खास है. कोरोना वायरस के कारण सम्पूर्ण विश्व में तालाबंदी का दौर चल रहा है जिस वजह से औद्योगिक और मानवीय गतिविधियां न के बराबर हो रही थी. सडकों पर लगने वाले गाड़ियों का रेला नदारत था. सभी अपने अपने घरों में कैद थे, पर इस दौरान प्रकृति का अलग ही नजारा देखने को मिला जो शायद हम ने कभी नहीं देखा था.
कोविड-19 महामारी के कारण लगाए गए लॉकडाउन की वजह से विश्व में हवा की गुणवत्ता में बहुत सुधार देखा गया है. वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसे उपायों का इस्तेमाल गंभीर वायु प्रदूषण से निपटने के लिए आपातकालीन उपाय के रूप में किया जा सकता है. लॉकडाउन में कल-कारखाने बंद होने के कारण हवा की गुणवत्ता सुधरी, ध्वनि प्रदूषण कम हुआ है, जल की गुणवत्ता में सुधर देखा गया. नदियों के साफ़ सफाई के लिए करोडों का खर्च किया गया पर नतीजा कुछ नहीं निकला पर जैसे ही लॉकडाउन में मानव गतिविधियों पर रोक लगा प्रकृति अपने आप निर्मल होती चली गयी. देशव्यापी लॉकडाउन लगाने के वक्त शायद किसी ने इस बारे में सोचा भी नहीं था.
भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी), बेंगलुरु के वायुमंडलीय और महासागरीय विज्ञान केंद्र के प्रोफेसर एस के सतीश कहते हैं, ''विशेषकर शहरी क्षेत्रों में वायु की गुणवत्ता में बड़ा सुधार हुआ है, जो गंभीर या खराब श्रेणी से अब संतोषजनक या अच्छी स्थिति में पहुंच गई है. कई जगह से लोगो ने ट्विटर पर प्रकृति की सुन्दर तस्वीरों को भी साझा किया था. लोगो ने अपने घर की छतों पर से 300 किलोमीटर दूर स्थित हिमालय की तस्वीरें साझा की. जो आसमान में धुंध और प्रदुषण के कारण दिखाई देना बंद हो गई थी वो फिर से दिखने लगी. अब देश को धीरे-धीरे अनलॉक किया जा रहा है ऐसे में हमें अब इसका ख्याल रखना होगा की हम फिर से पहले वाली स्थिति में प्रकृति को न पंहुचा दें. इस बात को हमें मान लेना चाहिए की प्रकृति और पर्यावरण को हमारी जरुरत नहीं है बल्कि हमें उनकी जरुरत है.