Milk Price Hike: आम आदमी को बड़ा झटका, इस दिन से बढ़ा दिए गए दूध के दाम, अब इतना हुआ भाव मौसी की बेटी से एकतरफा प्यार करने वाले सनकी ने बीच सड़क पर मचाया तांडव, विरोध करने पर चलाई बहन के ऊपर गोली हाजीपुर में बोले विजय सिन्हा..जिस दिन तेजस्वी अपने पिता लालू की राह को छोड़ देगा, उसी दिन देश से आतंकवाद का सफाया हो जाएगा Bihar Crime News: अंशु हत्याकांड का खुलासा, दोस्त ही निकला कातिल CISCE ISC ICSE Board Result 2025: 10वीं-12वीं का रिजल्ट कल होगा जारी, इस तरह से करें चेक Mob Lynching: “पाकिस्तान जिंदाबाद” बोलने पर युवक की हत्या, 15 गिरफ्तार घरेलू विवाद ने लिया खौफनाक मोड़: पति ने पत्नी का सिर मुंडवाया, गाली-गलौज और धमकी के बाद FIR दर्ज Bihar News: बिहार के इस जिले में खुदाई के दौरान मिली अष्टधातु की बेशकीमती मूर्ति, दर्शन के लिए जमा हुई लोगों की भीड़ चारधाम यात्रा 2025: पहलगाम हमले के बाद उत्तराखंड में सुरक्षा के कड़े प्रबंध, 6000 पुलिसकर्मी और अर्धसैनिक बल की तैनाती राज्य में ‘स्वच्छ बिहार’ पोर्टल लॉन्च, स्वच्छता और पारदर्शिता की दिशा में एक बड़ा कदम
09-Oct-2024 07:28 AM
By First Bihar
PATNA : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने मंगलवार को नालंदा खुला विश्वविद्यालय को एक बार फिर नामांकन की अनुमति प्रदान कर दी है। ऐसे में दो वर्षों के बाद विश्वविद्यालय में एकबार फिर नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी। विश्वविद्यालय को यूजीसी से नामांकन का पत्र प्राप्त हो गया है। इस बात की जानकारी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजय कुमार ने दी है। उन्होंने बताया कि दुर्गा पूजा के बाद नामांकन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। विश्वविद्यालय में 14 से 15 तक नामांकन की प्रक्रिया शुरू करा दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि यूजीसी से नामांकन की मंजूरी के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी है। दो वर्षों के बाद मंगलवार को मंजूरी का पत्र प्राप्त हुआ है। यहां बिहार के गरीब छात्र-छात्राओं का कम राशि में नामांकन होता रहा है। इस विश्वविद्यालय से लोगों को काफी उम्मीदें थी। इसका सत्र भी नियमित है। यूजीसी के डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो ने नामांकन की अनुमति दे दी है। इसबार कुल 59 प्रोग्राम में एडमिशन एनओयू लेगा। इसमें यूजी स्तर के 20 विषय में चार साल का स्नातक होगा। वहीं, पीजी में 30 विषय में नामांकन की अनुमति मिली है।
इसमें से पीजी स्तर के 19 कोर्स साइंस आधारित है। उन्होंने बताया कि लगभग सभी कोर्सों में नामांकन के लिए मंजूरी मिली है। नामांकन की प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से किया जाएगा। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कुमार ने बताया कि पटना में भी ऑफलाइन आवेदन के लिए कुछ सेंटर खोलने पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए जल्द निर्णय लिया जाएगा।
बता दें कि ,विश्वविद्यालय में प्रत्येक वर्ष 20 से 25 हजार नामांकन होता रहा है। पर इसबार नामांकन में थोड़ा विलंब से होने से कितना नामांकन हो पाता है। यह देखना दिलचस्प होगा। सबसे बड़ी बात हैं नालंदा में कितने छात्र-छात्राएं नामांकन लेने के लिए पहुंचेंगे। यह भी एक बड़ी समस्या होगी। पटना में मुख्य केन्द्र होने से सभी जिलों के छात्र-छात्राएं पहुंच जाते थे।