जेब में फटा iPhone-13, गंभीर रूप से झुलसा युवक, Apple की सुरक्षा पर उठे सवाल मोतिहारी में युवक की चाकू मारकर हत्या, परिजनों में मचा कोहराम, SIT का गठन RCBvsRR: “जागो, विपक्षी टीम के गेंदबाजों को कूटो और सो जाओ”, इस सीजन कोहली के पांचवे अर्धशतक के बाद सामने आई फैंस की प्रतिक्रियाएं पहलगाम हमले का मामला पहुंचा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार उच्चायोग के पास, पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग BSF Jawan Captured: गलती से जीरो लाइन को पार कर गया BSF जवान, पाक रेंजर्स ने हिरासत में लिया चली समीयाना में आज तोहरे चलते गोली..बर्थडे पार्टी में कट्टा लहराकर युवक-युवतियों ने किया डांस, वीडियो हो गया वायरल भारत की कार्रवाई के खिलाफ पाकिस्तान ने उठाए कदम, एयरस्पेस और वाघा बॉर्डर को किया बंद Pahalgam Terror Attack: ढाबे वाले की गलती ने बचा ली 11 लोगों की जान, पहलगाम हमले में बाल-बाल बचे पर्यटकों की आपबीती Bihar Politics: VIP ने सुपौल के छातापुर में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा हुए शामिल महागठबंधन की बैठक में CM फेस पर फिर चर्चा नहीं: तेजस्वी को जवाब नहीं सूझा, कहा-पिछली ही बैठक में सब तय हुआ था, होशियार लोग समझ रहे हैं
23-Dec-2019 01:25 PM
By
RANCHI : झारखंड में जनता का जनादेश अब साफ तौर पर दिखने लगा है। झारखंड के वोटर्स ने हेमंत सरकार के लिए जनादेश दिया है। रघुवर सरकार को सत्ता से दूर कर जनता ने बीजेपी को तो झटका दिया ही है साथ ही साथ बिहार के दिग्गजों को भी नकार दिया है। बिहार में बीजेपी के साथ एनडीए में शामिल जनता दल यूनाइटेड और लोक जनशक्ति पार्टी का खाता तक नहीं खुला है। दोनों दलों के उम्मीदवारों का जमानत बचना तक मुश्किल है.
जदयू ने उतारे थे 46 उम्मीदवार
जनता दल यूनाइटेड ने झारखंड की 46 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और उसे किसी भी सीट पर रुझानों में बढ़त तक नहीं मिली। जेडीयू उम्मीदवारों की स्थिति के लिए चुनाव नतीजे आने तक का इंतजार करना होगा। जेडीयू की तरफ से पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह सहित बिहार सरकार के कई मंत्रियों ने चुनाव अभियान की कमान संभाल रखी थी हालांकि अपनी पार्टी के प्रदर्शन को लेकर आशंकाओं से घिरे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार झारखंड में चुनाव प्रचार के लिए भी नहीं गए।
लोजपा ने उतारे थे 21 उम्मीदवार
वहीं दूसरी तरफ लोक जनशक्ति पार्टी में भी एनडीए से अलग होकर झारखंड चुनाव में अकेले 21 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार दिए थे। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने खुद झारखंड के कई विधानसभा सीटों पर जाकर प्रचार भी किया लेकिन जनता ने एलजेपी को किसी भी सीट पर तरजीह जी नहीं दी। झारखंड से आ रहे रुझानों के मुताबिक प्रमुख दलों के बाद जिन 5 सीटों पर अन्य की बढ़त बनी हुई है उनमें एनसीपी को 1 सीट, लेफ्ट को 1 सीट के अलावा तीन निर्दलीय उम्मीदवारों को बढ़त हासिल है। झारखंड में अपने प्रदर्शन से जेडीयू और एलजेपी को केवल निराशा हाथ लगी है।