जानिये कौन हैं सैयद अकबरूद्दीन, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ में अकेले पाकिस्तान की हवा निकाल दी
17-Aug-2019 03:51 PM
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DESK: कश्मीर मामले को अंतर्राष्ट्रीय रंग देने में लगे पाकिस्तान की सारी कोशिशों की कल शाम भारत ने हवा निकाल दी. इसमें बेहद अहम रोल सैयद अकबरूद्दीन ने निभायी, जो संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के स्थायी प्रतिनिधि हैं. सैयद अकबरूद्दीन ने न सिर्फ भारत के फैसले को सही ठहराया बल्कि दुनिया के सामने पाकिस्तान को नंगा कर दिया. सैयद अकबरूद्दीन ने जिस अंदाज में पाकिस्तानी पत्रकारों को जवाब दिया, उसकी देश भर में तारीफ हो रही है. उन्होंने चीन के समर्थन से फूल रहे पाकिस्तान की हवा निकाल दी.
जानिये कौन हैं सैयद अकबरूद्दीन जिनकी पूरे देश में तारीफ हो रही है
सैयद अकबरूद्दीन भारतीय विदेश सेवा के 1986 बैच के अधिकारी हैं.उन्हें सबसे पहली अहम जिम्मेवारी 1995 से 1998 के बीच मिली थी जब वह संयुक्त राष्ट्र में भारत मिशन का फर्स्ट सेकरेट्री बनाया गया था. इस दौरान ने संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा परिषद में भारत का काम देख रहे थे. वे रियाद, कायरो और मिश्र में भारतीय दूतावास में फर्स्ट, सेकेंड और थर्ड सेकरेट्री भी अहम पदों पर तैनात रहे हैं. सैयद अकबरूद्दीन ने 2000 से 2004 के बीच सउदी अरब में भारत के कॉन्सुल जेनरल के तौर पर तैनात रहे. कॉन्सुल जेनरल किसी भी देश में राजदूत के बाद दूसरा बड़ा पद होता है.2007 से 2011 के बीच वे अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी में तैनात रहे. एजेंसी में उन्हें बेहद अहम जिम्मेवारी दी गयी. वे एजेंसी के महानिदेशक के विशेष सहायक के तौर पर तैनात रहे.2012 में उन्हें दिल्ली में विदेश मंत्रालय का आधिकारिक प्रवक्ता बनाया गया. वे 2015 तक इस पद पर तैनात रहे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के तौर पर उनकी हाजिरजवाबी ने उन्हें पूरी दुनिया में चर्चित कर दिया. इसी दौरान उन्हें विदेश मंत्रालय का अतिरिक्त सचिव भी बनाया गया.2015 में उन्हें भारत-अफ्रीका सम्मिट कराने की जिम्मेवारी दी गयी. ये सम्मिट बेहद सफल रहा. इसमें अफ्रीका महाद्वीप के 54 देशों भाग लिया, जिसके कारण भारत से उन देशों का संबंध और बेहतर हुआ. नवंबर 2015 में उन्हें संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत का स्थायी प्रतिनिधि बनाया गया, जिस पद पर वे अब तक तैनात हैं.
सैयद अकबरूद्दीन का निजी जीवन
1960 में जन्मे सैयद अकबरूद्दीन ने राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में मास्टर डिग्री हासिल की है. वे अंग्रेजी, हिन्दी और उर्दू के साथ साथ अरबी भाषा की खासी जानकारी रखते हैं. अरबी में दक्ष होने के कारण वे अरब देशों के साथ भारत के संबंधों में अहम रोल निभाते आये हैं.उनकी शादी पद्मा अकबरूद्दीन से हुई है और उनके दो बेटे हैं.