जेब में फटा iPhone-13, गंभीर रूप से झुलसा युवक, Apple की सुरक्षा पर उठे सवाल मोतिहारी में युवक की चाकू मारकर हत्या, परिजनों में मचा कोहराम, SIT का गठन RCBvsRR: “जागो, विपक्षी टीम के गेंदबाजों को कूटो और सो जाओ”, इस सीजन कोहली के पांचवे अर्धशतक के बाद सामने आई फैंस की प्रतिक्रियाएं पहलगाम हमले का मामला पहुंचा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार उच्चायोग के पास, पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग BSF Jawan Captured: गलती से जीरो लाइन को पार कर गया BSF जवान, पाक रेंजर्स ने हिरासत में लिया चली समीयाना में आज तोहरे चलते गोली..बर्थडे पार्टी में कट्टा लहराकर युवक-युवतियों ने किया डांस, वीडियो हो गया वायरल भारत की कार्रवाई के खिलाफ पाकिस्तान ने उठाए कदम, एयरस्पेस और वाघा बॉर्डर को किया बंद Pahalgam Terror Attack: ढाबे वाले की गलती ने बचा ली 11 लोगों की जान, पहलगाम हमले में बाल-बाल बचे पर्यटकों की आपबीती Bihar Politics: VIP ने सुपौल के छातापुर में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा हुए शामिल महागठबंधन की बैठक में CM फेस पर फिर चर्चा नहीं: तेजस्वी को जवाब नहीं सूझा, कहा-पिछली ही बैठक में सब तय हुआ था, होशियार लोग समझ रहे हैं
08-Oct-2019 08:50 AM
By
NEW DELHI : भारतीय वायुसेना आज 87वां स्थापना दिवस मना रहा है. हर साल 8 अक्टूबर को भारतीय वायुसेना दिवस मनाया जाता है। इस खास मौके पर आज वायुसेना की ताकत बढ़ने वाली है। लंबे इंतजार के बाद अत्याधुनिक लड़ाकू विमान 'राफेल' (Rafale) हमारी वायुसेना में शामिल हो रहा है. खुद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath singh) राफेल में उड़ान भरेंगे। हालांकि, यह मई 2020 तक भारत आएगा। तब तक भारतीय वायुसेना के पायलट फ्रांस में ही इसे उड़ाने की ट्रेनिंग लेंगे।
भारतीय वायुसेना में शामिल होने वाले राफेल में पाकिस्तान के एफ-16 से ज्यादा आधुनिक तकनीक है। आइए जानते हैं पाक के एफ-16 से कितना बेहतर और ताकतवर है भारत का राफेल.
- आकार और ताकत के मामले में राफेल, एफ-16 से काफी बेहतर है। राफेल के डैनों की लंबाई 10.90 मीटर, जबकि एफ-16 की 9.96 मीटर है।
- राफेल की लंबाई 15.30 मीटर और एफ-16 की 15.06 मीटर है।
- वजन की बात करें तो राफेल का कुल वजन 10 टन है, यह करीब 24.5 टन वजन के हथियार लेकर उड़ सकता है। वहीं, पाकिस्तान के एफ-16 का वजन 9.2 टन है। इसकी हथियार लेकर उड़ने की क्षमता महज 21.7 टन है।
जल्द फैसला ले सकता है ये फाइटर पायलट
किशोर खेरा कहते हैं कि राफेल का ह्यूमन मशीन इंटरफेस भी तकनीकी रूप से इसे अन्य विमानों से ज्यादा सक्षम बनाता है। यह फाइटर पायलट के लिए बेहद मददगार है। पायलट के लिए राफेल में लगे अलग-अलग तरह के सेंसर जंग के समय स्थिति को आसानी से और बेहतर तरीके से समझने में मददगार साबित होंगे।