ब्रेकिंग न्यूज़

जेब में फटा iPhone-13, गंभीर रूप से झुलसा युवक, Apple की सुरक्षा पर उठे सवाल मोतिहारी में युवक की चाकू मारकर हत्या, परिजनों में मचा कोहराम, SIT का गठन RCBvsRR: “जागो, विपक्षी टीम के गेंदबाजों को कूटो और सो जाओ”, इस सीजन कोहली के पांचवे अर्धशतक के बाद सामने आई फैंस की प्रतिक्रियाएं पहलगाम हमले का मामला पहुंचा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार उच्चायोग के पास, पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग BSF Jawan Captured: गलती से जीरो लाइन को पार कर गया BSF जवान, पाक रेंजर्स ने हिरासत में लिया चली समीयाना में आज तोहरे चलते गोली..बर्थडे पार्टी में कट्टा लहराकर युवक-युवतियों ने किया डांस, वीडियो हो गया वायरल भारत की कार्रवाई के खिलाफ पाकिस्तान ने उठाए कदम, एयरस्पेस और वाघा बॉर्डर को किया बंद Pahalgam Terror Attack: ढाबे वाले की गलती ने बचा ली 11 लोगों की जान, पहलगाम हमले में बाल-बाल बचे पर्यटकों की आपबीती Bihar Politics: VIP ने सुपौल के छातापुर में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा हुए शामिल महागठबंधन की बैठक में CM फेस पर फिर चर्चा नहीं: तेजस्वी को जवाब नहीं सूझा, कहा-पिछली ही बैठक में सब तय हुआ था, होशियार लोग समझ रहे हैं

भारत ने चीन को दिया एक और झटका, BSNL और MTNL का 4G टेंडर किया रद्द

भारत ने चीन को दिया एक और झटका, BSNL और MTNL का 4G टेंडर किया रद्द

01-Jul-2020 03:41 PM

By

DELHI: भारत ने एक बार चीन को झटका दिया है. भारत ने बीएसएनएल और एमटीएनएल के 4G टेंडर रद्द कर दिया है. यही नहीं साफ निर्देश दिया गया है कि दोनों कंपनी कोई भी चीनी कंपनी का सामान इस्तेमाल नहीं करेंगी. 



नए टेंडर में देश की कंपनियों को मिलेगा मौका

नए टेंडर के बाद मेक इन इंडिया के तहत देश की कंपनियों को इसका फायदा मिलेगा. इन कंपनियों से ही सामान लिया जाएगा. इन दोनों कंपनियों पर पहले भी सबसे अधिक चीन का सामान खरीदने का आरोप पहले से ही लगता रहा है. लेकिन अब दोनों कंपनियों का चीनी सामानों से मोहभंग होगा. 

मोनो रेल का टेंडर रद्द

गलवान घाटी में सीमा विवाद के बाद एक बार फिर भारत ने चीन को झटका दिया था.18 जून को एमएमआरडीए ने मोनोरेल रेक्स के लिए नीलामी की प्रक्रिया रद्द कर दी. मोनो रेल को लेकर चीन की दो कंपनियों ने बोली लगाई थी. लेकिन अब भारत ने रद्द कर दिया. रद्द करने के बारे में बताया गया था कि चीनी मैन्युफैक्चरर्स सीएसआर अपलोड करने के बाद भी नियम-शर्तों और पात्रता मानदंडों में संशोधन के लिए लगातार कह रहे थे. लेकिन कंपनी मामने को तैयार नहीं थी. जिसके बाद प्रक्रिया रद्द कर दिया गया है. यह काम मुंबई में होने वाला है.

सबसे पहले रेलवे का टेंडर हुआ था रद्द

गलवान घाटी में विवाद के बाद सबसे पहले रेलवे ने चीनी फर्म बीजिंग नेशनल रेलवे रिसर्च एंड डिज़ाइन इंस्टीट्यूटऑफ सिग्नलएंड कम्युनिकेशन कंपनी लिमिटेड के साथ चल रहे कॉन्ट्रैक्ट को रद्द कर दिया था. इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत चीनी कंपनी कानपुर से दीन दयाल उपाध्याय रेलवे सेक्शन के बीच काम कर रही थी. इसके तहत 417 किमी के सेक्शन में सिग्नलिंग और टेलीकॉम का काम दिया गया था. इसका टेंडर 471 करोड़ का था. कंपनी पर लापरवाही का भी आरोप है. बताया जा रहा है कि चीनी कंपनी ने चार साल में मात्र 20 फीसदी ही काम किया था. इसकी काम करने की रफ्तार सुस्त थी. जिसके बाद इस कॉन्ट्रैक्ट को रद्द कर दिया गया.