Bihar Crime News: बिहार में वार्ड पार्षद की शर्मनाक करतूत, मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर लड़की के साथ किया गंदा काम BIHAR NEWS : 15 सितंबर तक सड़क और पुल निर्माण शुरू करें ठेकेदार, वरना होगी सख्त कार्रवाई Bihar Politics: राहुल-तेजस्वी पर गिरिराज सिंह का जोरदार हमला, ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ पर खूब बरसे बिहार में शराबबंदी लागू करने में पुलिस नाकाम, खुद शराब की दुकानें बंद करवाने का ग्रामीणों ने उठाया बीड़ा Bihar Police Transfer: बिहार के इस जिले में 19 पुलिस अधिकारियों का तबादला, 4 नए थानाध्यक्षों की तैनाती Bihar Police Transfer: बिहार के इस जिले में 19 पुलिस अधिकारियों का तबादला, 4 नए थानाध्यक्षों की तैनाती SSC EXAM : नॉर्मलाइजेशन के तरीके में हुआ बड़ा बदलाव, शिफ्ट बदलने पर भी नहीं होगा मार्क्स में अंतर BPSC Prelims 2025: 13 सितंबर को होगी BPSC 71वीं PT परीक्षा, आयोग ने जारी किया नोटिस; सेंटर जाने से पहले पढ़ लें यह खबर CP Radhakrishnan: सीपी राधाकृष्णन ने राज्यपाल पद से दिया इस्तीफा, इन्हें मिली महाराष्ट्र के गवर्नर की जिम्मेवारी CP Radhakrishnan: सीपी राधाकृष्णन ने राज्यपाल पद से दिया इस्तीफा, इन्हें मिली महाराष्ट्र के गवर्नर की जिम्मेवारी
05-Dec-2024 08:21 AM
By First Bihar
PATNA : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली, गुड़गांव, कोलकाता, जयपुर और नागपुर में मनी लॉन्ड्रिंग मामले के तहत बिहार के IAS अधिकारी संजीव हंस और अन्य के खिलाफ 13 जगहों पर छापेमारी की ये छापेमारी संजीव हंस के करीबी सहयोगियों और रियल एस्टेट और सेवा क्षेत्र में शामिल अन्य पार्टियों के परिसरों पर की गई।
ED की जांच में सामने आया है कि संजीव हंस ने बिहार सरकार में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए भ्रष्टाचार के जरिए पैसे कमाए। वहीं, गुलाब यादव और अन्य सहयोगियों ने संजीव हंस की मदद की और भ्रष्टाचार से कमाए धन को व्हाइट करने में उनकी मदद की। इसी कारण 13 स्थानों पर छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान संजीव हंस के एक करीबी सहयोगी (जो वर्तमान में न्यायिक हिरासत में है) के परिवार के सदस्य के नए खोले गए डिमैट खातों में 60 करोड़ रुपये के शेयर पाए गए।
इसके अलावा, उसके परिसरों से 70 बैंक खातों का विवरण मिला, जो प्रतीत होता है कि अपराध की आय को छिपाने के लिए उपयोग किए गए थे। उसने रियल एस्टेट में लगभग 18 करोड़ रुपये का निवेश किया था और इन सौदों में भारी नकदी की छिपाने के सबूत भी मिले। छापेमारी के दौरान, डिमैट खातों में 60 करोड़ रुपये के शेयर और 70 बैंक खातों में संतुलन को ED ने फ्रीज कर दिया। इसके अलावा, अन्य स्थानों से लगभग 16 लाख रुपये के अवैध विदेशी मुद्रा और लगभग 23 लाख रुपये की नकदी बरामद की गई और जब्त की गई। इसके अलावा भ्रष्टाचार से संबंधित कई साक्ष्य भी बरामद किए गए।
बता दें कि इससे पहले इस मामले में PMLA, 2002 की धारा 17 के तहत पटना, दिल्ली, कोलकाता, पुणे, मुंबई, हरियाणा और पंजाब में छापेमारी की गई थी, जिसमें संजीव हंस के परिसरों से 80 लाख रुपये की सोने की ज्वैलरी और 70 लाख रुपये की लक्जरी घड़ियां मिली थीं। उनके सहयोगियों के परिसरों से 87 लाख रुपये की अवैध नकदी, 13 किलोग्राम चांदी (जो लगभग 11 लाख रुपये की है) और 1.5 किलोग्राम सोने की बूलियन और ज्वैलरी (जो लगभग 1.25 करोड़ रुपये की है) भी बरामद की गई और जब्त की गई।