मुजफ्फरपुर में गल्ला व्यापारी लूटकांड का खुलासा, सीसीटीवी फुटेज से खुला राज गोपालगंज डीएम ने सबेया एयरपोर्ट कार्यों में तेजी के दिए निर्देश, नियमित समीक्षा का ऐलान Akshay Kumar की अगली 5 फ़िल्में, हर एक पर लिखा है 'ब्लॉकबस्टर मैटेरियल' Shreyas Iyer: कप्तानी को लेकर श्रेयस अय्यर का बड़ा बयान, IPL ख़त्म होने के बाद पहली बार खुलकर बोले प्रशांत किशोर ने डिप्टी सीएम पद नहीं मांगा, बल्कि 2015 में नीतीश कुमार की कुर्सी बचाई थी: जन सुराज के महासचिव ने जेडीयू MLC को दिया करारा जवाब Patna News: पटना में बिहार का पहला डबल डेकर पुल बनकर तैयार, सीएम नीतीश इस दिन देंगे बड़ी सौगात Patna News: पटना में बिहार का पहला डबल डेकर पुल बनकर तैयार, सीएम नीतीश इस दिन देंगे बड़ी सौगात 8 साल बाद सर्किल रेट बढ़ने से अयोध्या में महंगी हुई जमीन: अब बिहार में हो रही यह चर्चा Bihar Crime News: शराब माफिया से यारी पड़ी भारी, ऑडियो वायरल होने पर थानेदार और ALTF प्रभारी सस्पेंड Bihar Crime News: शराब माफिया से यारी पड़ी भारी, ऑडियो वायरल होने पर थानेदार और ALTF प्रभारी सस्पेंड
18-Dec-2024 07:43 PM
By First Bihar
GAYA: बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में जो भाषण दिया उसे लेकर राजनीतिक गलियारों में बवाल मचा हुआ है। इस बयान को लेकर विपक्ष अमित शाह पर लगातार हमलावर है। वही देशभर में अमित शाह का पुतला फूंका जा रहा है। दरअसल अमित शाह ने आंबेडकर के नाम के इस्तेमाल को 'फैशन' बताया था। जिसे विपक्ष संविधान निर्माता का अपमान करने का आरोप लगाते हुए अमित शाह से इस्तीफे की मांग की है।
बिहार के गया जिले में मीडिया से बातचीत करते हुए बिहार विधानसभा के पूर्व स्पीकर उदय नारायण चौधरी ने कहा कि संसद में संविधान पर "चर्चा के वक्त गृहमंत्री अमित शाह का वक्तव्य की" जितना तुम अंबेडकर का नाम लेते रहे हो अगर इतना देर भगवान राम का नाम लेते तो स्वर्ग पहुंच जाते। अमित शाह के इस बयान का बिहार में भी विरोध शुरू हो गया है। लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने इसका विरोध किया है।
उदय नारायण चौधरी ने कहा कि देशभर में संविधान, डेमोक्रेसी और सेक्युलिज्म पर विश्वास करने वाले जितने लोग हैं वो शाह के इस बयान से आहत महसूस कर रहे हैं। उन्होंने आश्चर्य जताया कि वहां पर दलित सांसद भी मौजूद थे वो अमित शाह की बातें सुनते रह गये। दलित एमपी मुस्कुराते नजर आए यह कितनी शर्म की बात है।
धीरे-धीरे संविधान की शक्ति खत्म की जा रही है। जिसका नाम संविधान में नहीं है वही वीर सावरकर का नाम संसद में जोड़ा जा रहा है। इससे शर्म की बात और क्या होगी। उन्होंने इस बयान पर गृहमंत्री अमित शाह से इस्तीफा देने और देश की जनता से माफी मांगने की मांग की है। प्रेस वार्ता के दौरान मखदुमपुर के विधायक सतीश दास भी मौजूद थे।
गया से नितम राज की रिपोर्ट