ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Assembly Elections 2025: इस दिन आपको भी घर से निकलना है बाहर तो ध्यान दें, बदल दिए गया शहर का ट्रैफिक रुल; पढ़िए पूरी खबर BIHAR ELECTION :JDU विधायक पर बगावत, कार्यकर्ताओं ने मंत्री के सामने उठाई टिकट काटने की मांग; क्या नीतीश कुमार पूरी करेंगे मांग BIHAR POLICE : विधानसभा चुनाव से पहले पुलिस अलर्ट, वाहन चेकिंग में हथियार के साथ युवक गिरफ्तार Vice President of India: सीपी राधाकृष्णन ने ली उपराष्ट्रपति पद की शपथ, लंबे समय के बाद सामने आए धनखड़ BIHAR NEWS : पटना-बख्तियारपुर NH-30 पर भीषण सड़क हादसा, परिजनों ने किया सड़क जाम Corruption in Bihar : नोट जलाने वाले RWD इंजीनियर विनोद राय पर आय से अधिक संपत्ति का केस, करोड़ों की संपत्ति और नोट बरामद Bihar Assembly Elections 2025: क्या मुस्लिम वोट बैंक पर अब भी RJD का है वर्चस्व? आंकड़े बताते हैं सच; जानिए... Bihar News: आजादी के बाद पहली बार बिहार के इस जिले में पहुंचेगी ट्रेन, तैयारी शुरू.. BIHAR CRIME : बिहार से शुरू होगी दो अमृत भारत ट्रेनें, टाइम टेबल जारी; वंदे भारत एक्सप्रेस Bihar Teacher News: बिहार शिक्षक बहाली में धांधली! अब हाईकोर्ट ने शिक्षा विभाग से मांगा जवाब, मुश्किलों में ACS!

ECI ने जारी किया बड़ा आकड़ा, पढ़िए राहुल गांधी, विक्रमादित्य सिंह और दिग्विजय को दी कितनी रकम

ECI ने जारी किया बड़ा आकड़ा, पढ़िए राहुल गांधी, विक्रमादित्य सिंह और दिग्विजय को दी कितनी रकम

30-Aug-2024 08:38 AM

By First Bihar

DESK : लोकसभा चुनाव में किस पार्टी ने अपने कैंडिडेट कितनी रकम खर्च की थी। इसका ब्यौरा पार्टी ने चुनाव आयोग को दिया है। ऐसे में कांग्रेस ने चुनाव आयोग को बताया है कि उसने राहुल गांधी को वायनाड और रायबरेली से चुनाव लड़ने के लिए 70-70 लाख रुपए दिए। राहुल गांधी दोनों सीटों से जीत गए थे। हालांकि, उन्होंने अंत में रायबरेली की सीट कायम रखते हुए वायनाड की सीट छोड़ दी। पार्टी ने संसदीय चुनावों में 99 सीटें जीती थीं, जिसमें से दो सीटों से राहुल जीते थे। 


दरअसल, चुनाव आयोग ने बताया कि कांग्रेस में पार्टी फंड से सबसे ज्यादा रकम विक्रमादित्य सिंह को (87 लाख रुपए) दी गई। हालांकि, वे हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से बीजेपी कैंडिडेट कंगना रनौत से हार गए। पार्टी की तरफ से चुनाव आयोग को दी गई जानकारी के मुताबिक 70 लाख रुपए पाने वाले दूसरे नेताओं में किशोरी लाल शर्मा भी शामिल हैं, जिन्होंने भाजपा की पूर्व सांसद स्मृति ईरानी को हराया। 


वहीं, 70 लाख वाली लिस्ट में के सी वेणुगोपाल (केरल के अलपुझा से) और मणिकम टैगोर (तमिलनाडु के विरुधुनगर से) शामिल हैं। कांग्रेस उम्मीदवार राधाकृष्ण (कर्नाटक के गुलबर्गा से) और विजय इंदर सिंगला (पंजाब के आनंदपुर साहिब से) को भी 70-70 लाख रुपए ही दिए गए। कांग्रेस के सीनियर नेता आनंद शर्मा और दिग्विजय सिंह (दोनों चुनाव हार गए) को क्रमशः 46 लाख और 50 लाख रुपए दिए गए। 


आपको बताते चलें कि, चुनाव प्रचार में उम्मीदवार के खर्च की एक सीमा होती है, लेकिन राजनीतिक दलों के लिए ऐसी कोई सीमा नहीं होती। जनवरी 2022 में चुनाव आयोग की सिफारिश के आधार पर सरकार ने लोकसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के लिए चुनाव खर्च की सीमा 70 लाख रुपये से बढ़ाकर 95 लाख रुपये और विधानसभा चुनावों के लिए 28 लाख रुपये से बढ़ाकर 40 लाख रुपये कर दी थी।