आतंकी हमले के खिलाफ छातापुर में कैंडल मार्च, यह निर्दोष लोगों पर नहीं, बल्कि पूरे भारतवर्ष की आत्मा पर हमला है: संजीव मिश्रा सीतामढ़ी में ट्रांसजेंडर से अवैध संबंध के चलते युवक की हत्या, पूजा समेत चार आरोपी गिरफ्तार Pahalgam Terror Attack: अटारी-वाघा बॉर्डर बंद होने से वापस लौट गई शैतान सिंह की बारात, बेकार गया 4 साल लंबा इंतजार IAS अधिकारी KK पाठक की बिहार से विदाई, अब केंद्र में निभाएंगे नई जिम्मेदारी Paghalgam Terror Attack: भारत इस दिन कर सकता है पाकिस्तान पर हमला, पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त का बड़ा दावा बिहार में समलैंगिक विवाह का मामला: 3 बच्चों की मां ने नाबालिग लड़की से की शादी Pahalgam Terror Attack: “चलो मंदिर चलते हैं”, कैसे भगवान शिव के आशीर्वाद ने बचा ली इस कपल की जान, पढ़कर आप भी कहेंगे “हर हर महादेव” हाजीपुर-शाहपुर पटोरी-बरौनी-मानसी के रास्ते दानापुर और सहरसा के बीच चलायी जा रही स्पेशल ट्रेन का विस्तार, 29 अप्रैल से सुपौल तक परिचालन बिहार में भीषण गर्मी का सितम: औरंगाबाद में पारा 46.2 डिग्री पार, पटना के संपतचक में 45.7 °C, रात में बारिश होने की संभावना Mohan Bhagwat: ‘पड़ोसियों को हम तंग नहीं करते लेकिन दंड देना राजा का कर्तब्य’ RSS प्रमुख मोहन भागवत का बड़ा बयान
19-Aug-2024 10:41 PM
By First Bihar
GOPALGANJ: 18 अगस्त को गोपालगंज से चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इन पर सिपाही भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण में पेपर लीक करने की साजिश रचने का आरोप लगा था। गिरफ्तार 4 लोगों में जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी (CPO) सुरेन्द्र कुमार पासवान, महम्मदपुर थाना क्षेत्र के डुमरिया निवासी अभिषेक उर्फ शिवदानी सिंह, थावे के हरदिया गांव निवासी बिजली कर्मी रंजीत और सिधवलिया थाना क्षेत्र के विशुनपुरा गांव के रहने वाले दीपक कुमार सिंह शामिल है।
इन सभी से गोपालगंज पुलिस ने अलग-अलग पूछताछ की तो पता चला कि सीपीओ सुरेंद्र पासवान सिपाही भर्ती परीक्षा का सेटर है। पूरे गैंग की कमान उसी के हाथ में थी। उसने कई अभ्यर्थियों को झांसे में लिया था। 7 लाख में सिपाही भर्ती परीक्षा पास कराने की बात हुई थी। परीक्षा के प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने, परीक्षा में दूसरे व्यक्ति को बिठाने और सेंटर पर चीट-पुर्जा पहुंचाने के नाम पर पैसे ऐंठने का आरोप इन चारों पर मन्नु नामक एक छात्र ने लगाया है। जिसके बाद इनकी गिरफ्तारी हुई।
जब पुलिस ने इन आरोपियों से पूछताछ की तब चौकाने वाली बात का पता चला। सीपीओ सुरेंद्र पासवान की परीक्षा केंद्रों पर मजिस्ट्रेट ड्यूटी लगती थी। पैसे की डील बिजली विभाग के दफ्तर में होती थी। इन सेटरो ने 30 अभ्यर्थियों को सिपाही की परीक्षा पास कराने का झांसा देकर उनका एडमिट कार्ट और सर्टिफिकेट अपने पास बंधक रख लिया था। पूरा पैसा देने पर इसे वापस करने की बात हुई थी।
इस रैकेट में कुछ कोचिंग संचालकों की भी संलिप्तता होने की आशंका जतायी जा रही है। हालांकि आरोपितों के पास से प्रश्न पत्र नहीं मिल पाया है। फिलहाल पुलिस बरामद चार मोबाइल का कॉल डिटेल्स खंगालने में लगी है। वही इन सभी के बैंक अकाउंट की भी जांच की जा रही है। फिलहाल इन चारों आरोपियों से पूछताछ के बाद जेल भेजा गया है। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।