Bihar Politics: बिहार के दोनों डिप्टी CM डरपोक, बोलें तेजस्वी यादव ... सम्राट और सिन्हा निकम्मा और नकारा, CM नीतीश भी अचेत Bihar Politics: : बिहार के दोनों डिप्टी CM डरपोक, बोलें तेजस्वी यादव ... सम्राट और सिन्हा निकम्मा और नकारा, CM नीतीश भी अचेत BIHAR CRIME :कलयुगी साले ने चाक़ू से गोदकर जीजा को मौत के घाट उतारा, परिजनों में मातम का माहौल; जांच में जुटी पुलिस Road Accident in Bihar : तेज रफ़्तार का कहर ! मॉर्निंग वॉक पर निकले पति-पत्नी को ट्रक ने कुचला, मचा हड़कंप Bihar Teacher: BPSC TRE 3.0 पास अभ्यर्थी कर लें तैयारी, इस डेट में होगी ज्वाइनिंग, साथ रखना होगा यह डॉक्यूमेंट Bihar Government : CM नीतीश कुमार के लिए खरीदी जा रही नई गाड़ी, बम,गोली और गैस अटैक भी होगा फेल; इन्हें भी मिलेगा फायदा Bihar Electricity Bill : बिहार में सस्ती हुई बिजली, लाखों उपभोक्ताओं को बड़ी राहत; वापस होंगे पहले से लिए गए पैसे Bihar Land News : दाखिल -खारिज का आवेदन अटकाना CO और RO को पड़ गया महंगा, अब खुद के जेब से भरने होंगे रुपए INDIAN RAILWAY : दिल्ली से बिहार आने वाली ट्रेनों का रूट बदला,अब इस जगह भी होगा स्टॉपेज Bihar Weather: बिहार में भीषण गर्मी का कहर, कई जिलों में येलो अलर्ट जारी; गया में टूटा 15 साल का रिकॉर्ड
26-May-2020 11:06 AM
By
DESK : कोरोना संकट के इस दौर में लोग अब अपनों से ही बचते दिखाई दे रहे हैं. ताजा मामला महाराष्ट्र के अकोला का है, जहां कोरोना वायरस के कारण हुई मौत के बाद बेटे ने ही अपने पिता का शव लेने से इंकार कर दिया. इतना ही नहीं कोरोना संक्रमण के डर से बेटे ने पिता का मुंह तक नहीं देखा. इसकी जानकारी जब इलाके के सामाजिक कार्यकर्ता को मिली तो उन्होंने हिंदू रिती रिवाज से मृतक का दाह संस्कार किया,जबकि वह खुद मुस्लिम है.
बताया जाता है कि अकोला के रहने वाले एक शख्स की मौत 2 दिन पहले कोरोना संक्रमण के कारण हो गई. कानूनी कार्रवाई करने के बाद प्रशासन ने मृतकों के घरवालों को जानकारी दी, लेकिन घर से शव लेने कोई नहीं आया. मृतक के घर में उनकी पत्नी और बेटा है. बेटा नागपुर में रहता है. जब उसे अपने पिता की मौत की खबर लगी तो वह अकोला आ गया लेकिन कोरोना के डर से बाप को कंधा देना तो दूर अंतिम दर्शन करना भी उचित नहीं समझा.
इस बारे में जब इलाके के सामाजिक कार्यकर्ता जावेद जकारिया को जानकारी मिली तो उन्होंने उस शख्स का हिंदू रीति-रिवाज से दाह संस्कार किया. सामाजिक कार्यकर्ता जावेद ने कहा कि कोरोना वायरस काल में ऐसी घटनाएं दो तरह की बातों की तरफ इशारा करती है. पहली यह कि कोरोना ने हमारे रिश्तों की डोर को तोड़ने का काम किया है तो वहीं दूसरा यह है कि भारतीय समाज के लोग बिना धर्म जाति मजहब देख एक दूसरे की मदद के लिए आगे आते हैं.