Bihar parbhari mantri list : बिहार सरकार ने जारी की प्रभारी मंत्रियों की नई सूची, सभी जिलों को सौंपे गए नए प्रभारी मंत्री Bihar News : प्रधानमंत्री की रैली के बीच बिहार के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने दिखाई संवेदनशीलता, जाम में फंसी एंबुलेंस को खुद निकाला बाहर Judicial system in Bihar: बिहार की अदालतों में न्याय की रफ्तार सुस्त,71% केस 3 साल से लंबित! 24% जजों के पद खाली: रिपोर्ट Bihar News :हाई कोर्ट ने बीपीएससी और सरकार से शिक्षक बहाली में ईडब्ल्यूएस आरक्षण घटाने पर जवाब तलब किया Train news: नमो भारत ट्रेन का रूट-शेड्यूल और किराया तय, एक क्लिक में जानिए सबकुछ Patna Pakistani nationals: पटना में 27 पाकिस्तानी नागरिकों को लौटना होगा, वीजा रद्द कर कार्रवाई शुरू Chanakya Niti: ये 6 दुख तोड़ देते हैं इंसान को अंदर से, क्या आप भी इनसे गुजर रहे हैं? Bihar News : मिड डे मील में सांप मिलने से बबाल, मोकामा के स्कूल में 100 बच्चे बीमार; पढ़िए पूरी खबर Bihar News: बिहार में फिर शर्मसार हुई शिक्षा व्यवस्था, मुंगेर में वरीय शिक्षक द्वारा बच्चों से कार धुलवाने का वीडियो वायरल Bihar weather update: बिहार में इस दिन से बदलेगा मौसम का मियाज, 7 जिलों में मिलेगी गर्मी से राहत
21-Dec-2024 12:51 PM
By Viveka Nand
Bihar Teacher News: बिहार के हर जिले में एक मॉडल स्कूल बनेगा. इसके बाद अनुमंडल और प्रखंड में उत्कृष्ट स्कूल बनाए जाएंगे. शिक्षा विभाग इस पर काम कर रहा है. विभाग के अपर मुख्य सचिव एस.सिद्धार्थ ने यह जानकारी दी है. शिक्षा की बात-हर शनिवार के 8 वें एपिसोड में गया के एक शिक्षक हर्ष कुमार ने यह सलाह दी है.
मॉडल स्कूल पर शिक्षा विभाग की क्या है प्लानिंग
हर्ष कुमार का शिक्षा विभाग के एसीएस से सवाल था कि हर प्रखंड में एक या दो मॉडल स्कूल होना चाहिए। जहां बच्चों का नामांकन प्रतियोगिता के आधार पर हो. शिक्षकों को ही प्रतियोगिता के आधार पर वहां पदस्थापित किया जाना चाहिए. इस पर एस. सिद्धार्थ ने जवाब दिया कि सरकार की पॉलिसी सबको एक समान शिक्षा देने की है. हम लोग कुछ स्कूल को मॉडल बनाएंगे, ताकि लोग उसे देखकर नकल करें. पहले हम लोग जिला में शुरू करेंगे. जिला में एक स्कूल का चयन करेंगे, फिर अनुमंडल इसके बाद प्रखंड में शुरू करेंगे. बाकी स्कूलों के लिए वह स्कूल मॉडल बने, हम लोग इस पर काम कर रहे हैं. शुरुआती दौर में हर जिले में हम एक मॉडल स्कूल बनाएंगे, उत्कृष्ट बनाएंगे. उसके बाद अनुमंडल में बनाएंगे फिर प्रखंड में बनेंगे .इस पर कार्य चल रहा है.
ग्रामीणों से फीडबैक लें, सुधार का अवसर दें, फिर बर्खास्त करें
शिक्षा की बात-हर शनिवार के 8 वें एपिसोड में अपर मुख्य सचिव एस.सिद्धार्थ ने अपनी बातें रखीं. जहानाबाद के मोदनगंज प्रखंड के एक स्कूल के प्रधानाध्यापक राकेश कुमार ने विद्यालय में सुधारात्मक निरीक्षण को लेकर सवाल किया. प्रधानाध्यापक ने सलाह दिया कि ग्रामीणों से शिक्षकों के बारे में फीडबैक लिया जाए. शिक्षकों को सुधारने का एक-दो मौका दिया जाना चाहिए . अवसर देने के बाद भी अगर सुधार नहीं होता है तो उन्हें बर्खास्तगी की तक की कार्रवाई की जाए .
जब तक समाज जागरूक नहीं होगा,सुधार नहीं हो सकता
प्रधानाध्यापक राकेश कुमार के इस सवाल पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ ने कहा कि विद्यालय में शिक्षा देने का दायित्व शिक्षकों का तो है ही, समाज की भी रिस्पांसिबिलिटी है. जब तक समाज जागरूक नहीं होगाा, तब तक शिक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं हो सकता. शिक्षा में सुधार में अभिभावकों का महत्वपूर्ण योगदान है. पंचायती राज प्रतिनिधि हैं उनकी भी बड़ी भूमिका है . आंगनबाड़ी सेविकाओं के साथ-साथ पंचायत स्तर के जितने सरकारी तंत्र हैं वह विद्यालय पर नजर रखें. शिक्षक पढ़ा रहे हैं कि नहीं, मिड डे मील हो रहा है या नहीं, इस पर ध्यान रखें. विद्यालय के सभी कार्यों में बढ़ कर के योगदान दें. तभी सुधार हो सकता है.
शिक्षा विभाग के एसीएस ने आगे कहा कि अगर लोग समझेंगे यह कार्य सिर्फ शिक्षकों का है, तब तो सुधार करना बहुत मुश्किल है. हमारा विचार है कि सभी स्टेक होल्डर्स को विद्यालय पर नजर रखनी चाहिए. सामाजिक दबाव से ही शिक्षा में सुधार होगा . उन्होंने आगे कहा कि आज मैं देख रहा था. सुबह-सुबह एक चाय दूकान पर चाय पी रहा था. चाय दुकान पर हमने एक बच्चे को देखा, तब हमने पूछा कि आप विद्यालय नहीं जाते हैं ? उसने जवाब दिया कि पहले निजी विद्यालय में जाते थे, लेकिन खर्चा लगता था.तब हमने पढ़ाई छोड़ दी. पिताजी झारखंड में मजदूरी करते हैं, मुझे चाय के दुकान पर भेज दिया है . ऐसे में समाज का दायित्व है कि गांव का बच्चा पढ़ रहा या नहीं, यह देखे. गांव एक यूनिट होता है. सबको एक दूसरे के बच्चों के बारे में जानकारी होती है. ऐसे में समाज का दायित्व है की हर बच्चा स्कूल में जाए.