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01-May-2024 12:45 PM
By First Bihar
PATNA : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर से एनडीए को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने बिहार सरकार के सबसे उम्रदराज मंत्री को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। तेजस्वी ने कहा कि इन्हीं लोगों ने तो हमपर केस करवाया था और आज जब हम बाहर हैं तो इन्हें समस्या हो रही है। इसके बाद अब तेजस्वी के इस बयान पर बिहार की सियासत की गर्मी एक बार फिर बढ़ने वाली है।
दरअसल, जदयू नेता और बिहार सरकार के मंत्री ने तेजस्वी यादव पर सवाल उठाते हुए कहा था कि वो जमानत पर घूम रहे हैं। उसके बाद अब इसका तेजस्वी ने अपने ही तरीके से जवाब दिया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि यदि हमलोग जमानत पर घूम रहे हैं तो क्या समस्या हैं। वही केस करवाए थे तो उसके बाद कोर्ट ने हमको जमानत दिया है। इन्ही लोगों ने हमें फंसाया है। चार दिन पहले ये लोग क्या कह रहे थे। नीतीश जी क्या कह रहे थे। तो पहले उनको अपने नेता की बात सुननी चाहिए।
वहीं, आरक्षण के विवाद को लेकर तेजस्वी ने कहा है कि पीएम मोदी को जानकारी का अभाव है। कर्पूरी ठाकुर जी को उन्होंने भारत रत्न जरूर दिया है, लेकिन उनके विचारों का ये लोग विरोध करते रहे हैं। जब पहली बार कर्पूरी जी सीएम बने थे, तो जितनी भी सामाजिक तौर पर पिछड़ी जातियां थी, सबको पहली बार आरक्षण दिया गया था।
तेजस्वी ने कहा कि जदयू के नेता से सवाल करना चाहिए कि कर्पूरी जी के निर्णय को गलत ठहराना सही है क्या? पहली बार उसी समय आरक्षण मिला था। चाहे वह किसी भी धर्म में सामाजिक तौर पर पिछड़ी जातियां थी। मंडल कमीशन में भी 84 से 85 ऐसी जातियां हैं जिन्हें आरक्षण का लाभ मिला था। इसकी सिफारिश हुई थी। तो सबसे पहले आरक्षण देने का काम कर्पूरी जी ने किया था। जिनको भाजपा के लोगों ने भारत रत्न दिया है और अब उन्हीं के विचारों का ये लोग विरोध भी कर रहे हैं।
उधर, उन्होंने चिराग पासवान को लेकर कहा कि वो कहते थे कि जो थोड़ा सम्पन्न दलित हैं, उसको आरक्षण छोड़ देना चाहिए। तो अब वह क्यों नहीं छोड़ देते हैं। भाजपा के नेता बाबा साहब का संविधान बदल रहे हैं और चिराग पासवान कुछ नहीं बोल रहे हैं। हमें उनकी नसीहत की जरूरत नहीं है। इसलिए हम उनकी बातों पर हम अधिक ध्यान नहीं देते हैं।